कोविड़ के इस भयानक दौर में पिछले 14 महीनों से पूरे देश की पुलिस के जवान जनता से लॉकडाउन एवं कोरोना संबंधित प्रशासनिक नियमों को लागू करवाने के लिए सिर्फ एक मास्क पहन कर अपनी जान की बाजी लगा कर मुस्तैदी से ड्यूटी किये जा रहे हैं, जो बिल्कुल ही गलत और क्रूर है!
केंद्र एवं राज्य सरकारों से अपील है कि वो पुलिस के सभी जवानों को फेसशील्ड, मास्क, ग्लव्स, सेनिटाइजर समेत सारे जरूरी सुरक्षा से सम्बंधित उपकरण उपलब्ध करवाये। पुलिसकर्मी भी तो अपने परिवार के लिए अहम हैं।
हमारा सिस्टम उन्हें इस तरीके से कैसे नजरअंदाज कर सकता है? सारी सुरक्षा के बाद हम घरों में बैठकर, डॉक्टर्स और स्वास्थकर्मी पीपीई किट पहनकर भी भय पूर्वक ही अपने कार्य कर रहे हैं, तो सोचिये हमारे पुलिस के जवान किस प्रकार के दबाव से गुजरते होंगे!
दूसरी जो सबसे बड़ी बात है कि मास्क लगाने जैसी छोटी सी सावधानी के लिए भी प्रशासन को पुलिस लगानी पड़ रही है यह हमारी शिक्षा, समझदारी और देश एवं परिवार के प्रति दायित्वों के लिए अज्ञानता, उदासीनता व लापरवाही को दर्शाता है और हम वही लोग हैं जो अपने दोष सरकार के माथे मढ़ रहे हैं।
(नोट : इस आलेख में व्यक्त किए गए विचार लेखक के निजी व व्यक्तिगत हैं । इस आलेख में दी गई सभी सूचनाएं ज्यों की त्यों प्रस्तुत की गई हैं।)