कोलकाता। पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के मायापुर में इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) मंदिर के एक भिक्षु और मुख्य समन्वयक जगदर्तिह दास लापता हो गया है। मंदिर के एक सुरक्षा गार्ड ने एक स्थानीय पुलिस स्टेशन में साधु के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत दर्ज कराई थी। नबद्वीप पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, सुरक्षा गार्ड को आरोपी साधु ने कथित तौर पर अपने कमरे में बुलाया और उसके बाद उसका यौन शोषण किया।
स्थानीय पुलिस सूत्रों ने कहा कि हालांकि पहले भी उस साधु के खिलाफ यौन शोषण की शिकायतें मिली थीं, लेकिन यह पहली बार है जब औपचारिक पुलिस शिकायत दर्ज की गई है। नादिया जिला पुलिस अधीक्षक इशानी पॉल ने मीडियाकर्मियों से पुष्टि की है कि साधु के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है और वो फरार है। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी साधु का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
आरोपी साधु पर भारतीय दंड संहिता की धारा 377 (अप्राकृतिक अपराध), धारा 342 (गलत कारावास) और धारा 506 (आपराधिक धमकी) के तहत आरोप लगाए गए हैं। इस बीच, मंदिर के अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और दास को संघ से निष्कासित कर दिया है। वह पहले जयंत कुमार साहा के नाम से जाना जाता था।
अपनी शिकायत में, पीड़ित सुरक्षा गार्ड ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी साधु ने उसे धमकी भी दी कि अगर उसने यौन शोषण की घटना का खुलासा किया तो उसे बर्खास्त कर दिया जाएगा। पीड़ित ने पुलिस को यह भी बताया कि पहले भी मंदिर के अन्य कर्मचारियों का यौन शोषण किया गया था, हालांकि वे धमकी के सामने चुप रहे।