ईरानी संविधान के हिसाब से, राष्ट्रपति की अचानक अनहोनी से उपराष्ट्रपति को पद सौंपा जाता है, फिर अगले 50 दिनों में राष्ट्रपति का चुनाव होता है
ईरान के राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर क्रैश से दुनियां स्तब्ध- विश्व के नेताओं ने सलामती को लेकर चिंता जताना अनहोनी का अंदेशा- एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया
एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी, गोंदिया, महाराष्ट्र। वैश्विक स्तर पर कुछ दिनों से ईरान के संबंधों का इजरायल, अमेरिका सहित कुछ देशों के साथ मामला सुर्खियों में है, जिसमें ईरान का इजरायल हमास युद्ध में हमास का समर्थन तथा 13 अप्रैल 2024 को ईरान द्वारा इजराइल पर हमला और भारत-ईरान द्वारा चाबहार पोर्ट का 10 वर्षीय समझौता काफी चर्चा में था, जिसमें अमेरिका ने समझौते के कुछ घंटे के बाद ही सख्त टिप्पणी की थी। इसके कुछ दिन पहले ही अमेरिका ने ईरान द्वारा इजराइल पर हमले के बाद, ईरान द्वारा मानवरहित हवाई वाहन उत्पादन को निशाना बनाते हुए उस पर नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। बता दें अमेरिका ने ईरानी राष्ट्रपति पर पहले से ही प्रतिबंध लगा रखा है, क्योंकि वर्ष 1988 में ईरान-इराक जंग के बाद हजारों पॉलीटिकल व अन्य कैदियों को फांसी दी गई थी। उसमें वर्तमान राष्ट्रपति सरकारी वकील थे व उन खुफिया ट्रिब्यूनल का हिस्सा थे जिन्हें डेथ कमेटी के नाम से जाना जाता है।
अभी कुछ दिनों से हम देख रहे थे कि ईरान के इजरायल व अमेरिका के साथ कुछ सख्त तल्ख शाब्दिक बाणों का दौर शुरू था और इसी बीच हेलीकॉप्टर क्रैश की जानकारी से दुनियां स्तब्ध है तथा दुआओं का दौर जारी है। भारत सहित अनेक देशों ने सलामती की दुआएं की है व चिंता भी जताई है। चूंकि ईरान के राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर क्रैश से दुनियां स्तब्ध है, व विश्व के नेताओं ने सलामती को लेकर चिंता जताना अनहोनी का अंदेशा है, इसीलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आलेख के माध्यम से चर्चा करेंगे, ओ माय गाड! ईरान के राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर क्रैश, दुआओं का दौर जारी।
साथियों बात अगर हम ईरान के राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर क्रैश होने की खबरों की करें तो, ईरान के राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर आज अचानक एक बड़े हादसे के शिकार हो गया है, जिसके चलते पूरे मुल्क में हड़कंप मच गया है। उनके काफिले को लेकर मीडिया में मिली जानकारी के मुताबिक उसमें कुल तीन हेलीकॉप्टर थे। लेकिन परेशानी की बात यह है कि अभी तक उनसे रेस्कयू टीम का संपर्क नहीं हो पाया है। ईरानी टीवी चैनल से बातचीत में एक सांसद ने कहा कि अभी तक राष्ट्रपति रईसी का हेलीकॉप्टर नहीं मिला है और न ही उनसे संपर्क हो पाया है। फिलहाल राष्ट्रपति और वित्तमंत्री लापता है।
जानकारी के मुताबिक वे ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत में यात्रा कर रहे थे और यह हादसा ईरान की राजधानी तेहरान से 600 किलोमीटर दूर अजरबैजान की सीमा के पास स्थिति जोल्फा इलाके के पास हुआ है। ईरान के राष्ट्रपति के काफिले में तीन और हेलीकॉप्टर थे, जिनमें से दो पर मंत्री और अधिकारी सवार थे और वे सुरक्षित अपने गंतव्य पर सही सलामत पहुंच गए। सरकारी टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक बचाव कर्मी हादसे वाले जगह पर पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन खराब मौसम के कारण बचाव दल वहां नहीं पहुंच पा रहे थे।
रिपोर्ट के मुताबिक जिस क्षेत्र में ईरान के राष्ट्रपति थे वहां हवाओं के साथ भारी बारिश और कोहरे को लेकर अलर्ट किया गया था। ऐसा भी हो सकता है कि इसी वजह से राष्ट्रपति के प्लेन की हार्ड लैंडिंग कराई गई हो।इब्राहिम रईसी साल 2021 में ईरान के राष्ट्रपति का चुनाव जीते थे। साल 1988 में ईरान-इराक के जंग के बाद हजारों पॉलिटिकल कैदियों को फांसी देने में शामिल होने के कारण अमेरिका ने इब्राहिम रईसी पर प्रतिंबंध लगा दिया था। हेलीकॉप्टर के क्रैश (हार्ड लैंडिंग) होने की वजह का अभी पता नहीं चल सका है। फिलहाल घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है।
हादसे के बाद भारतीय पीएम ने संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति रईसी के हेलीकॉप्टर से जुड़ी खबरें सुनकर अत्यधिक चिंतित हूं। आगे कहा कि संकट के इस समय में वे ईरान की जनता के साथ हैं। उन्होने राष्ट्रपति और उनके काफिले में मौजूद लोगों की सलामती की कामना भी की। हादसे के बारे में अधिक जानकारी नहीं मिल पाई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, काफिले के एक हेलीकॉप्टर में ईरानी राष्ट्रपति के साथ ही ईरान के विदेश मंत्री भी सवार हैं। ईरान के उप-राष्ट्रपति भी घटनास्थल की तरफ रवाना हो गए हैं। वहीं सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि कैबिनेट की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई है। मामले से जुड़े सभी अपडेट्स पर सरकार की लगातार नजर बनी हुई है।
साथियों बात अगर हम हेलीकॉप्टर हादसे की करें तो रिपोर्ट्स के अनुसार, पायलट ने हेलीकॉप्टर से नियंत्रण खो दिया, जिसके चलते हादसा हुआ। बचाव कार्य में 16 टीमों को लगाया गया है। हालांकि धुंध और पहाड़ी इलाका होने के चलते बचाव कार्य में परेशानी आ रही है। घटना को कई घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक हेलीकॉप्टर का पता नहीं चल सका है। हादसे में किसी की मौत या घायल होने की कोई जानकारी नहीं है। वह रविवार तड़के अजरबैजान के राष्ट्रपति के साथ एक बांध का उद्घाटन करने वाले थे। यह तीसरा बांध है, जिसे दोनों देशों ने अरास नदी पर बनाया है। पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर भी राष्ट्रपति के काफिले में शामिल थे। राष्ट्रपति एक कट्टरपंथी हैं, जिन्होंने पूर्व में देश की न्यायपालिका का नेतृत्व किया था। उन्हें ईरान के सर्वोच्च नेता के करीबी के रूप में देखा जाता है और कुछ विश्लेषकों का कहना है कि वह 85 वर्षीय नेता (खामेनेई) की मृत्यु या पद से इस्तीफा देने के बाद उनकी जगह ले सकते हैं।
साथियों बात अगर हम ईरान के राष्ट्रपति की करें तो, वर्ष 2021 में कट्टरपंथी नेता ईरान के राष्ट्रपति बने थे। राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने से पहले भी कई वजहों से चर्चाओं में रहे। वे सुप्रीम लीडर के करीबी माने जाते हैं। माना जाता है कि वह ही खामनेई के उत्तराधिकारी भी हो सकते हैं। वे पहले ईरानी राष्ट्रपति हैं, जिन पर पदभार संभालने से पहले ही अमेरिका प्रतिबंध लगा चुका है। दरअसल, 1988 में सरकारी वकील थे। वे उन खुफिया ट्रिब्यूनल्स का हिस्सा थे, जिन्हें डेथ कमेटी के नाम से जाना जाता है। तब उन्होंने 5 हजार राजनेताओं को देशद्रोही साबित कर दिया था। इन सभी को फांसी की सजा सुनाई गई थी। इस घटना के बाद अमेरिका ने रईसी पर बैन लगा दिया था। ईरान के कट्टरपंथी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी लंबे समय से ईरान के सर्वोच्च नेता के विश्वासपात्र और देश के शिया धर्मतंत्र के भीतर उनके पद के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में देखे जाते रहे हैं।
रविवार को उनके हेलीकॉप्टर के साथ एक घटना हुई, जिसे ईरान के सरकारी मीडिया ने हार्ड लैंडिंग के रूप में वर्णित किया है। इससे दुनियां का ध्यान उनकी स्थिति जानने की ओर खिंच गया है। ईरान के 63 वर्षीय नेता पहले ईरानी न्यायपालिका में थे। वह 2017 में अपेक्षाकृत उदारवादी मौलवी से राष्ट्रपति पद के चुनाव में हार गए थे। वे राष्ट्रपति के रूप में विश्व शक्तियों के साथ 2015 के परमाणु समझौते पर पहुंचे थे। वर्ष 2021 में रईसी ने फिर से चुनाव लड़ा जिसमें उनके सभी संभावित प्रमुख विरोधियों को ईरान की जांच प्रणाली के तहत चुनाव लड़ने से रोक दिया गया था। उन्हें 2.89 करोड़ मतों में से लगभग 62 प्रतिशत वोट मिले थे जो इस्लामिक गणराज्य के इतिहास में प्रतिशत के हिसाब से सबसे कम मतदान था।
साथियों बात अगर हम ईरानी राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर क्रैश पर दुनियां की प्रतिक्रिया की करें तो, इराक : अलजजीरा के मुताबिक, ईरान ने कहा है कि हेलिकॉप्टर खराब मैसम की वजह से क्रैश हुआ। वहीं हादसे को देखते हुए इराक की सरकार ने हेलिकॉप्टर को ढूंढने के लिए मदद की पेशकश की है।
अमेरिका : हेलिकॉप्टर क्रैश होने की खबरों के बीच अमेरिका का बयान भी सामने आया है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। राष्ट्रपति जो बाइडेन को भी घटना की जानकारी दे दी गई है।
पाकिस्तान : पीएम ने कहा राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर के बारे में ईरान से परेशान करने वाली खबर सुनी। चिंता के साथ खुशखबरी का इंतजार कर रहा हूं कि सब ठीक है। हमारी दुआएं और शुभकामनाएं राष्ट्रपति रईसी और पूरे ईरान के साथ है।
अजरबैजान : राष्ट्रपति ने कहा कि मैंने कुछ देर पहले ही राष्ट्रपति को दोस्ताना विदाई दी थी। ईरान हमारा पड़ोसी होने के साथ-साथ एक दोस्त और भाई जैसा है। हम किसी भी तरह से ईरान की मदद के लिए तैयार हैं। ईरान ने राष्ट्रपति को ढूंढने के लिए यूरोपीय यूनियन से मदद मांगी, यूरोपीय यूनियन ने रईसी को ढूंढने में ईरान की मदद के लिए अपना कॉपरनिकस सैटेलाइट सिस्टम एक्टीवेट कर दिया है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, ईरान ने ईयू से मदद मांगी थी, जिसके जरिए मैपिंग सर्विस का इस्तेमाल करके क्रैश साइट को लोकेट किया जा सके, जो जल्द होगा।
साथियों बात अगर हम ईरानी राष्ट्रपति के साथ किसी अनहोनी पर संविधान की प्रक्रिया की करें तो, राष्ट्रपति की अचानक मौत पर उप-राष्ट्रपति संभालेंगे पद, 50 दिन में होंगे चुनाव ईरान में राष्ट्रपति को सरकार का हेड जबकि सुप्रीम लीडर को हेड ऑफ स्टेट कहा जाता है। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान में अगर राष्ट्रपति की अचानक मौत होती है तो संविधान के हिसाब से उप-राष्ट्रपति को पद सौंपा जाता है। इसके लिए सुप्रीम लीडर अप्रूवल देंगे। ईरान में मोहम्मद मुखबेर उप-राष्ट्रपति हैं। उनके पद संभालने के बाद ईरान में अगले 50 दिन के अंदर राष्ट्रपति चुनाव कराने होंगे।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि ओ माय गाड!-ईरान के राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर क्रैश- दुआओं का दौर ज़ारी। ईरानी संविधान के हिसाब से, राष्ट्रपति की अचानक अनहोनी से उपराष्ट्रपति को पद सौंपा जाता है, फिर अगले 50 दिनों में राष्ट्रपति का चुनाव होता है। ईरान के राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर क्रैश से दुनिया स्तब्ध-विश्व के नेताओं ने सलामती को लेकर चिंता जताना अनहोनी का अंदेशा है।
(स्पष्टीकरण : इस आलेख में दिए गए विचार लेखक के हैं और इसे ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है।)
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