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कोलकाता। गुरुवार के मैच में जब राजस्थान को जीत के लिए सिर्फ़ 3 रन चाहिए थे और यशस्वी जायसवाल 94 रन के स्कोर पर खेल रहे थे तब 12वें ओवर की आख़िरी गेंद पर संजू सैमसन ने रन नहीं लिया. ऐसा लग रहा था कि सैमसन ने जान-बूझ कर स्ट्राइक यशस्वी के लिए छोड़ी ताकि वो छक्का मारकर अपना शतक पूरा कर लें। संजू सैमसन ने इशारों-इशारों में यशस्वी को लंबा शॉट खेलने के लिए भी कहा, लेकिन यशस्वी ने छक्का न मारकर सिर्फ़ चौका मारा और मैच को जिता दिया।
पोस्ट मैच सेरेमनी के दौरान यशस्वी से क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले ने पूछा कि क्या उनके दिमाग़ में शतक के बारे में कुछ नहीं चल रहा था? इस सवाल पर यशस्वी ने कहा, “मैं यही सोचकर चल रहा था कि हमारी टीम का नेट रन रेट हाई रहे क्योंकि मैं और संजू भाई ये बात कर रहे थे कि अगर हम तेज़ी से स्कोर करते हैं तो हमारा नेट रन रेट हाई रहेगा। तो मैं वहीं शॉट मार रहा था जहां पर मैं मार सकता था।”
इसी मैच के दौरान जॉस बटलर के शॉट मारने के बाद तालमेल की कमी से बटलर रन आउट हो गए। इस रन आउट को लेकर जब यशस्वी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि ऐसा खेल में होता है और हर कोई जान-बूझ कर ऐसा नहीं करता है। इसने और ज़िम्मेदारी डाल दी कि खेल को जारी रखा जाए।
मैं सोच रहा था तभी संजू भाई ने आकर कहा कि कोई फ़िक्र मत करो और सिर्फ़ अपना गेम खेलो। यशस्वी ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान बताया कि जब उन्होंने फ़िफ़्टी मारी तो उन्हें मालूम नहीं था कि ये सबसे तेज़ फ़िफ़्टी है और उनको मैच के बाद ये बात पता चली जिसको उन्होंने काफ़ी एंजॉय किया।