खड़गपुर, संवाददाता : रेलवे के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है कि रेलवे ने मुफ्त यात्रा से संबंधित सुविधा पास (प्रिवेलेज पास), सविधा टिकट आदेश (पीटीओ), सेवानिवृति मानार्थ पास (पीआरसीपी) एवं विधवा पास (डब्ल्यूपी) की अवधि बढ़ाने का निर्देश जारी किए हैं क्योंकि लॉकडाउन की वजह से यात्रा की मियाद पूरी हो गई थी। दरअसल साल के आखिर में जारी किये जाने वाले पास/पीटीओ की मियाद पाँच महीने अर्थात अगले वर्ष 30 मई तक रहती है।
लॉकडाउन की वजह से 23 मार्च से ट्रेनों का परिचालन बंद था, जिस कारण रेलवे कर्मचारी का वर्ष 2019 का पास/पीटीओ बिना यात्रा के ही अमान्य हो जाता है। इस संदर्भ में भारतीय मजदूर संघ की रेलवे इकाई भारतीय रेलवे मजदूर संघ के महासचिव श्री अशोक कुमार शुक्ला ने रेलवे बोर्ड को अप्रैल के महीने में पत्र लिखकर रेलवे कर्मचारियों की चिन्ता से अवगत कराया तथा उन्होंने पिछले वर्ष की पास/पीटीओ की मियाद लगभग दो महीने बढ़ाने की मांग की थी।
रेलवे बोर्ड ने 15 जून के अपने आदेश में पिछले वर्ष की पास/पीटीओ की वैधता 31 अगस्त, 2020 तक बढ़ाने का आदेश दिया। इसके अलावा इस वर्ष के कोटे के 31 मार्च तक जारी किये गये पास/पीटीओ वैधता 15 नवम्बर,2020 तक बढ़ाने का निर्देश दिया है। इस संदर्भ में दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ के जोनल अध्यक्ष श्री प्रहलाद सिंह ने कहा कि भारतीय रेल मजदूर संघ की सफलता रंग लाई और इससे रेलवे विभाग के सभी कार्यरत व सेवानिवृत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को लाभ होगा।
दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ हमेशा से ही रेलकर्मचारियों के हितों के लिए कार्य करती रहती है एवं अन्य यूनियनों की तरह चोंचलेबाजी नहीं करती है। विदित हो कि हाल में 10 जून को भारतीय रेल मजदूर संघ एवं उनके अंतर्गत आने वाले मजदूर यूनियनों व दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ की खड़गपुर इकाई ने निजीकरण व निगमीकरण की देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया था।