‘दक्षिण एशिया में शांति, स्थिरता के लिए मिल कर काम करेंगे भारत-अमेरिका’

नयी दिल्ली। भारत ने कहा कि वह समान लोकतांत्रिक मूल्यों की बुनियाद पर अमेरिका के साथ मिलकर अफगानिस्तान के भविष्य तथा दक्षिण एशिया में शांति एवं स्थिरता कायम रखने के लिए काम करेगा।विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने यहां देर शाम को भारत अमेरिका बिजनेस काउंसिल द्वारा आयोजित इंडिया आइडियाज़ समिट को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में अमेरिका की विदेश उप मंत्री वेंडी शर्मन भी उपस्थित थीं।

श्रृंगला ने कहा कि भारत एवं अमेरिका के बीच सरकार एवं उद्योग जगत में हर स्तर पर तथा जनता के बीच संपर्क में घनिष्ठ आदान प्रदान से क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर दृष्टिकोण पर एक स्वाभाविक एकजुटता विकसित करना आसान हुआ है। अमेरिका एवं भारत दोनों के समूचे राजनीतिक परिदृश्य में समान लोकतांत्रिक मूल्यों की ठोस बुनियाद पर हमने एक सार्थक एवं कारगर आर्थिक एजेंडा तैयार हुआ है।

उन्होंने कहा कि आज भारत एवं अमेरिका के संबंधों का ना केवल दोनों देशों पर बल्कि एक स्वतंत्र, खुले एवं समावेशी हिन्द प्रशांत क्षेत्र तथा एक शांतिपूर्ण एवं समृद्ध विश्व को सुनिश्चित करने के लिए सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हाल की अमेरिका की यात्रा को शानदार बताते हुए विदेश सचिव ने कहा कि राष्ट्रपति जो बिडेन, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से पहली बार औपचारिक मुलाकात और पहली क्वाड शिखर बैठक में भारत अमेरिका समग्र वैश्विक रणनीतिक साझीदारी और अनेक समसामयिक क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों की समीक्षा की गयी।

साथ ही अफगानिस्तान में क्षेत्रीय स्थिति, कोविड महामारी एवं उसके व्यापक असर तथा इसी वर्ष होने वाली जी-20 एवं कोप 26 शिखर बैठकों के बारे में भी उपयोगी चर्चा हुई। श्रृंगला ने कहा कि द्विपक्षीय मोर्चे पर रक्षा नीति समूह, आर्थिक एवं वित्तीय साझीदारी संवाद, कारोबार नीति फोरम, आतंकवाद निरोधक संवाद तथा आतंकवादियों को सूचीबद्ध करने का काम हो रहा है।

टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय बैठक शीघ्र होने वाली है जिसमें प्रधानमंत्री श्री मोदी और राष्ट्रपति श्री बिडेन के विज़न को आगे बढ़ाने का काम होगा। उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया विशेषकर अफगानिस्तान में तेजी से बदलते घटनाक्रम में भारत एवं अमेरिका अफगानिस्तान के भविष्य के लिए और दक्षिण एशिया एवं आसपास के क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता कायम करने के वास्ते निकटता से काम करते रहेंगे।

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