‘सी ड्रैगन’ अभ्यास में शामिल हुआ भारत

नयी दिल्ली। भारत और अमेरिका पश्चिमी प्रशांत में गुआम के एंडरसन वायु सेना बेस में बहुराष्ट्रीय पनडुब्बी रोधी युद्ध (एएसडब्ल्यू) अभ्यास ‘सी ड्रैगन 2022’ के लिए अन्य भागीदार देशों के साथ शामिल हुए। अमेरिका की नौसेना ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है। यूएस इंडो पैसिफिक कमांड के अनुसार, “सी ड्रैगन अमेरिका के नेतृत्व वाला बहु-राष्ट्रीय अभ्यास है जिसे इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में पारंपरिक तथा गैर-पारंपरिक समुद्री सुरक्षा चुनौतियों के जवाब में एक साथ संचालित करने के लिए पनडुब्बी रोधी युद्ध रणनीति का अभ्यास और चर्चा करने के लिए तैयार किया गया है।” इस अभ्यास का रॉयल ऑस्ट्रेलियन एयर फ़ोर्स, रॉयल कैनेडियन एयर फ़ोर्स, भारतीय नौसेना, जापान की मैरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स और रिपब्लिक ऑफ़ कोरिया नौसेना हिस्सा है।

अमेरिका और जापान हाइपरसोनिक मिसाइलों से सुरक्षा को लेकर समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे: अमेरिका और जापान जल्द ही हाइपरसोनिक मिसाइलों के खिलाफ रक्षा विकसित करने और नयी अंतरिक्ष-आधारित क्षमताओं पर द्विपक्षीय सहयोग को लेकर एक समझौते पर हस्तारक्षर करेंगे। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और जापान के रक्षा मंत्री के साथ एक वर्चुअल बैठक में कहा, “ हम एक नया अनुसंधान और विकास समझौता करने जा रहे हैं जोकि हमारे वैज्ञानिकों, हमारे इंजीनियरों और कार्यक्रम प्रबंधकों के लिए अंतरिक्ष-आधारित क्षमताओं को आगे बढ़ाने के लिए हाइपरसोनिक खतरों का मुकाबला करने से लेकर सामने आ रहे रक्षा संबंधी मुद्दों पर सहयोग को आसान बनायेगा। ब्लिंकन ने कहा अगामी दिनों में अमेरिका और जापान नये पांच वर्ष के समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे।

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