खड़गपुर। वरिष्ठ नेता गोपाल लोधा ने कहा कि शासक दल तृणमूल कांग्रेस को यदि राष्ट्रीय राजनीति करनी है तो राज्य के हिंदीभाषी नेताओं को महत्व देना होगा। ऐसे नेता ही पार्टी को राष्ट्रीय फलक पर ला सकते हैं।बातचीत के क्रम में टीएमसी हिंदी सेल के शालबनी, चंद्रकोणा व गड़वेत्ता प्रखंड अध्यक्ष गोपाल लोधा ने कहा कि राज्य में करीब डेढ़ करोड़ हिंदी भाषी रहते हैं, जो सदियों से यहां रहते हुए स्थानीय भाषा व संस्कृति में पूरी तरह से रच – बस गए हैं। व्यापार से लेकर उद्योग- धंधे हर क्षेत्र में कंधे से कंधा मिलाकर कर काम कर रहे हैं।
अच्छी बात है कि हमारी नेत्री व राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंदी भाषी समाज के बारे में सोचा और अलग से हिंदी सेल बनाया लेकिन इस समाज को और अधिक प्रतिनिधित्व देना चाहिए। खासतौर से तब जब हमारी नेत्री पार्टी को राष्ट्रीय फलक पर लाने को प्रयासरत हैं. संगठन को अच्छे हिंदी भाषी नेताओं व वक्ताओं की आवश्यकता है, जो पार्टी की भावनाओं व योजनाओं से राष्ट्र को अवगत करा सकें।
उन्होंने कहा कि राज्य के हिंदी भाषी समाज की कई समस्याएं हैं। ग्रामांचलों में हिंदी भाषा के स्कूल नहीं है। रोजी रोजगार के लिहाज से भी इस वर्ग के लोग वंचित है। चंद्रकोणा रोड में ही बड़ी संख्या में हिंदी भाषी ट्रक चालक , मजदूर व छोटे कारोबारी रहते हैं। उनकी अनेक समस्याएं हैं। इन समस्याओं को सरकार के संग्यान में लाने की जरूरत है। यह पार्टी, शासन और सरकार में समुचित प्रतिनिधित्व से ही संभव है।