सिडनी। भारत के दिग्गज ऑलराउंडर एवं पूर्व कप्तान कपिल देव ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि यदि सभी देश फ्रेंचाइजी टी20 लीग खेलेंगे तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट विश्व कप तक सिमट कर रह जाएगा। इंडियन प्रीमियर लीग की तर्ज पर दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से सामने आने वाली टी20 प्रतियोगिताओं के चलन पर कई क्रिकेट विशेषज्ञों ने चिंता जताई है, जिनमें एक नाम कपिल देव का भी है। एक तरफ जहां ये लीग आर्थिक रूप से सफल हैं, वहीं कई विशेषज्ञों का मानना है कि इससे टेस्ट क्रिकेट और एकदिवसीय क्रिकेट को खतरा है।
कपिल देव ने टेस्ट क्रिकेट के भविष्य पर सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड और द एज से कहा, “ मेरे अनुसार यह (टेस्ट क्रिकेट) समाप्त हो रहा है। आईसीसी के ऊपर एक बड़ी जिम्मेदारी है कि इस खेल को किस तरह बचाया जाए। यह यूरोप में फुटबॉल के रास्ते पर चल रहा है। वहां देश चार साल में एक बार के सिवा (विश्व कप के दौरान) एक दूसरे के खिलाफ नहीं खेलते। क्या क्रिकेट का भी यही हाल होगा, सिर्फ एक विश्व कप और फिर हर समय क्लब क्रिकेट? क्या क्रिकेटर आईपीएल या बिगबैश या ऐसा ही कुछ खेलेंगे?
आईसीसी को इसमें और समय लगाकर देखना चाहिये कि वह किस तरह एकदिवसीय क्रिकेट और टेस्ट क्रिकेट को जिन्दा रख सकता है, न कि सिर्फ क्लब क्रिकेट को। ” संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और दक्षिण अफ्रीका ने भी हाल ही में अपनी-अपनी फ्रेंचाइजी टी20 लीग की घोषणा की है, जो जनवरी-फरवरी 2023 में आयोजित हो सकती है। थोड़ा-बहुत क्लब क्रिकेट ठीक है। बिग बैश ठीक है, लेकिन दक्षिण अफ्रीकी लीग और यूएई लीग भी अब शुरू हो रही है। अगर सभी देश क्लब क्रिकेट खेलेंगे तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट विश्व कप तक सिमटा रह जाएगा। ”