कोलकाता। West Bengal Election : 27 मार्च को विधानसभा चुनाव (bengal election 2021) के पहले चरण का मतदान होने जा रहा है। वोटिंग से पहले नेताओं की चुनावी रैलियों की बाढ़ आ गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व्हीलचेयर पर बैठकर एक दिन में दो से ज्यादा रैलियां कर रही हैं। गुरुवार को अमलासुली में एक जनसभा में ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दलित और पिछड़ों से भेदभाव करने के आरोपों पर पलटवार किया।
ममता ने कहा, ‘मैं शेरनी हूं, मैं अपना सिर किसी पार्टी के आगे नहीं, सिर्फ जनता के सामने झुकाती हूं। भारतीय जनता पार्टी महिलाओं और दलितों को प्रताड़ित कर रही है। मैं किसी भी हाल में उन्हें इसमें कामयाब नहीं होने दूंगी।’ ममता ने आरोप लगाया कि बंगाल के सभी होटल बीजेपी नेताओं से भर गए हैं। इसके अलावा बीजेपी ने चुनाव प्रचार के लिए 100 हेलिकॉप्टर किराये पर लिया है।
ममता बनर्जी का माओवादियों से कैसा नाता?
ममता की रैली से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुरुलिया में बड़ी जनसभा की। इस दौरान उन्होंने ममता सरकार पर कई आरोप लगाए। पीएम ने कहा कि 10 साल के तुष्टिकरण के बाद, लोगों पर लाठी-डंडे चलवाने के बाद अब ममता दीदी अचानक बदली-बदली दिख रही हैं। दीदी को बंगाल के लोगों के विकास से ज्यादा खेला की चिंता है। लेकिन वह भूल रही हैं कि खुद बंगाल की जनता उनके विरोध में खड़ी है। कोयला माफिया, बालू माफिया, इन सभी लोगों को किसका संरक्षण मिला हुआ है? दीदी माओवादी हिंसा को बढ़ावा देती हैं।