तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : महानता कोई विशिष्ट गुण नहीं बल्कि यह करुणा व सेवा भाव का प्रतिसाद है। चिकित्सकीय संस्थानों में कार्यरत नर्सों को इसी भावना के वशीभूत होकर सिस्टर कहा जाता है ।
विश्व नर्स डे पर यह बात वक्ताओं ने कही। दक्षिण पूर्व रेलवे मजदूर संघ की खड़गपुर कारखाना व ओपन लाइन इकाई ने अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया।
इस अवसर कोरोना काल में नर्सो के योगदान को याद किया तथा उनको नमन किया। इस अवसर पर जोनल अध्यक्ष प्रहलाद सिंह, कारखाना सचिव पी. के. कुंडु, कारखाना सह-सचिव, मनीष चंद्र झा, कारखाना सह-सचिव जयंत कुमार, बलबंत सिंह, कौशिक सरकार, के. कृष्णामूर्ति, संतोष सिंह, शंभूशरण सिंह तथा अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
जोनल अध्यक्ष प्रहलाद सिंह ने कहा कि कोरोना काल में नर्सो का योगदान अतुलनीय है क्योंकि वे इस आपदा की घड़ी में लगातार फ्रंटलाइनर वर्कर की तरह कार्य कर रहे हैं। कारखाना सचिव पी. के. कुंडु ने भी नर्सो के योगदान की तहे दिल से सराहना की। कारखाना सह-सचिव मनीष चंद्र झा ने नर्सों को अंग्रपंक्ति योद्धा कहा तथा उनके निस्वार्थ भाव से किए जाने वाले सेवाभाव की भूरि-भूरि प्रशंसा की। साथ ही साथ रेलवे मेन अस्पताल में कोरोना टीकाकरण में तेजी लाने की वकालत की।
12 वें अंतर्राष्ट्रीय नर्स डे पर पूर्व मेदिनीपुर जिले के मेचेदा में भी इसका पालन किया गया। स्थानीय नर्मन बेथून मेमोरियल ट्रस्ट की ओर से ट्रस्ट भवन में फारेंस नाइट एंगल के दि्वशततम वार्षिकी पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण समेत विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए । माल्यार्पण ट्रस्ट के सदस्य डॉ. भवानी शंकर दास ने किया । जिला मुख्यालय तमलुक के जानूबसान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी नर्स डे पालित हुआ। नर्स लीना दास ने नाइट एंगल के जीवनी पर व्याख्यान प्रस्तुत किया ।