- लोगों की शंका दूर करे निर्वाचन आयोग
नयी दिल्ली : कांग्रेस ने बुधवार को मतदान के वास्तविक समय के आंकड़ों (रियल टाइम फिगर) और निर्वाचन आयोग द्वारा जारी अंतिम आंकड़ों के बीच बड़े अंतर को लेकर सवाल उठाया और कहा कि देश में मतदाता इससे चिंतित हैं। पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने एक वीडियो जारी कर यह दावा भी किया कि यह अंतर करीब 1.7 करोड़ मतों का है।
उनका कहना है कि जो लोगों के मन में शक पैदा हुआ है वो जायज है और इस शक को निर्वाचन आयोग को दूर करना चाहिए।
खेड़ा ने कहा, ”मतदाता मतदान के चार चरणों के दौरान निर्वाचन आयोग की गतिविधियों को लेकर चिंतित हैं। पहले, आयोग को मतदान के अंतिम आंकड़े सामने लाने में 10-11 दिन लगते हैं और फिर वास्तविक समय के आंकड़ों और अंतिम आंकड़ों के बीच अंतर आता है। वोट का अंतर इतिहास में कभी नहीं हुआ।”
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ” इस अंतर के हिसाब से प्रत्येक लोकसभा सीट पर 28,000 मत की वृद्धि होती है, जो कि बहुत बड़ा नंबर है। यह अंतर उन राज्यों में सबसे ज़्यादा है जहां भाजपा को अच्छी-खासी सीट के नुक़सान होने की गुंजाइश है। आख़िर यह हो क्या रहा है?”
कुछ अन्य विपक्षी दलों ने भी अंतिम मतदान प्रतिशत जारी करने में देरी पर सवाल उठाए हैं। लोकसभा चुनाव सात चरणों में हो रहे हैं और नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे।
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