पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री, वाराणसी : आपने अब तक अंग्रेजी दिनांक के अनुसार व्यक्ति के स्वभाव के बारे में अवश्य जाना होगा। 1 तारीख से लेकर 31 तारीख तक जन्म लेने वाले लोग कैसे होते हैं इसकी जानकारी तो आपको हर कोई दे सकता है किंतु क्या कभी आपने हिन्दू तिथियों के अनुसार अपना स्वभाव जाना है? हिन्दू कैलेंडर, जी हां… जिस प्रकार से अंग्रेजी में तारीख होती है उसी प्रकार से हिन्दू कैलेंडर के अनुसार भी महीने की तारीख/तिथि होती है। हिन्दू कैलेंडर में प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तक और फिर प्रतिपदा से लेकर पूर्णिमा तक दो पक्षों की तिथियां होती हैं।
हिन्दू महीने : दरअसल हर हिन्दू माह दो पक्षों में बंटा हुआ है, प्रतिपदा से अमावस्या तक कृष्ण पक्ष की तिथियां होती हैं और फिर प्रतिपदा से लेकर पूर्णिमा तक की तिथियां शुक्ल पक्ष की तिथियां कहलाती हैं। तो चलिए अब जानते हैं कि आपके जन्म के समय रही हिन्दू तिथि का आपके स्वभाव पर क्या असर हुआ हुआ और साथ ही जानें आपके भाग्यशाली ‘देव’ और राशि चिह्न के बारे में भी।
प्रतिपदा : यदि आपका जन्म किसी भी माह की प्रतिपदा को हुआ है तो आपके स्वामी अग्नि देव हैं। तुला और मकर आपकी शुभ राशियां हैं। इस तारीख को जन्म लेने वाले लोग धनी और बुद्धिमान होते हैं।
द्वितीया : किसी भी माह की द्वितीया तारीख को जन्मे लोग समझदार होते हैं। ऐसे लोग अपने परिवार का मान बढ़ाने वाले, मर्यादाओं में रहने वाले होते हैं। इन लोगों के विदेश जाने की संभावना अधिक होती है। इनके स्वामी ब्रह्मा हैं और शुभ राशि चिह्न धनु और मीन।
तृतीया : तृतीया को जन्मे लोग धने तो होते ही हैं लेकिन साथ ही धन को कैसे संजोय रखना है यह भी जानते हैं। ऐसे लोग माता-पिता का आदर करने वाले होते हैं। शुभ लाभ के लिए इन्हें मां गौरी का पूजन करना चाहिए।
चतुर्थी : इस तिथि मे पैदा होने वाला जातक यात्रा प्रिय होता है। इन्हें वाहनों का भी शौक होता है। इनमें कामोत्तेजना अधिक पाई जाती है। इस तारीख को जन्मे लोगों को सांस संबंधी दिक्कतें हो जाती हैं। भगवान गणेश की पूजा करना लाभकारी होगा इनके लिए।
पंचमी : किसी भी हिन्दू माह की पंचमी के दिन जन्मे लोग धार्मिक होते हैं। इनका धर्म स्थानों की तरफ अधिक लगाव होता है और ऐसे पवित्र स्थलों की यात्रा भी करते रहते हैं। ऐसे लोग उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं। शुभ फल के लिए इन्हें भगवान विष्णु के वाहन शेषनाग की पूजा करनी चाहिए।
षष्ठी : इस तिथि को जन्मे लोगों का दिमाग काफी तेज होता है लेकिन ये लोग शरीर से दुर्बल होते हैं। षष्ठी तारीख के प्रभाव के कारण ज्यादातर ये लोग पतले दुबले ही होते हैं, लेकिन इनका दिमाग इन्हें किसी भी चीज में पीछे नहीं रखता। भगवान कार्तिकेय की पूजा करने से इन्हें लाभ मिलेगा।
सप्तमी : अगर किसी का जन्म सप्तमी तिथि को हुआ है तो ऐसे लोग सच बोलने वाले होते हैं। लेकिन विभिन्न प्रकार के रोग इन्हें इम्र भर जकड़े रखते हैं। सूर्य देव की पूजा कर उन्हें प्रसन्न करने से इन्हें लाभ होगा।
अष्टमी : अष्टमी को जन्मे लोग धन की ओर आकर्षित रहते हैं। इनके दिमाग में हर समय धन को पाने के लिए क्या किया जाए, यही विचार चलते रहते हैं। ये लोग लालची भी हो सकते हैं और इनके ऊपर धन का काफी कर्ज भी होता है। इन्हें किस्मत चमकाने के लिए भगवान शिव को प्रसन्न करना चाहिए।
नवमी : जिन लोगों का जन्म किसी भी हिन्दू माह की नवमी को होता है ऐसे लोग बेहद रहस्यमयी होते हैं। इनका प्रसिद्धि की ओर अधिक रुझान होता है। गुप्त कार्य करने और यौन संबंध बनाने में माहिर होते हैं ऐसे लोग। इन्हें शुभ लाभ के लिए मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
दसवीं : दसवीं तिथि को जन्मे लोग दूरदर्शी होते हैं, वे किसी से पहली बार मिलने पर ही उसके स्वभाव का पता लगा लेते हैं। ये अच्छे नेता या निर्देशक भी साबित होते हैं, जहां जाते हैं लोग इनकी बात मानने लगते हैं। काल भैरव की पूजा करने से इन्हें अधिक लाभ होगा।
एकादशी : एकादशी को हिन्दू धर्म में शुभ तिथि के रूप में जाना जाता है, इसदिन जन्मे लोग भी स्वभाव में अच्छे होते हैं। इसके अलावा ये लोग धनी भी होते हैं। बड़ों का आदर करना और मर्यादा में रहना इनके स्वभाव का बड़ा हिस्सा होता है।
द्वादसी : इस तिथि को जन्म लेने वाला जातक सुन्दर विचारों को ग्रहण करने वाला होता है। ओग इनकी बात सुनते और मानते भी हैं, ये लोग दूसरों के जीवन के सुधार हेतु मार्ग दिखाने वाले होते हैं। इनपर भगवान विष्णु की कृपा होती है और उनकी पूजा करने से ही इनके जीवन के सभी मार्ग खुलते चले जाते हैं।
त्रयोदशी : इस तिथि को जन्मे लोगों की धन के प्रति अधिक चाहत होती है लेकिन कितना भी कमाया जाए बचत नहीं होती। इनमे विपरीत लिंग के पर्ति बेहद आकर्षण पाया जाता है। खेल कूद, मनोरंजन और जल्दी से धन कमाने के साधन आदि में आगे रहते हैं ऐसे लोग।
चतुर्दशी : इस तिथि को जन्मे जातक का शत्रुता वाले कामों की तरफ अधिक ध्यान रहता है। इन्हें गूढ़ बातों को निकालकर शत्रुता करने की आदत होती है। इनमें छल-कपट भी काफी होता है। जीवन में शुभ फल पाने के लिए इन्हें शिवजी की पूजा करनी चाहिए।
पूर्णिमा : किसी भी माह की पूर्णिमा तिथि को जन्म लेने वाले जातक के अन्दर जो भी इच्छा होती है उसे पूरा करने के लिए वो साम दाम दण्ड भेद आदि सभी नीतियों को अपना लेता है। इन्हें देवी शक्ति पर विश्वास होता है। इनके बुरे कार्यों की वजह से ही ये काफी चिंतित भी रहते हैं। शुभ फल के लिए इन्हें चंद्रमा को प्रसन्न करने के उपाय करने चाहिए।
अमावस्या : इस तिथि को जन्मे जातक् का ध्यान शिक्षा देने और शिक्षा को प्राप्त करने के लिए आजीवन रहता है। जहां भी जाता है अपनी शिक्षा के अनुसार वाणी का प्रयोग करने लगता है। कार्यों को समय से पूर्ण करना और अपने से बड़ों का ध्यान रखना इन्हें आता है।
जोतिर्विद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
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