शिमला। हिमाचल प्रदेश इलेक्शन वॉच एंड एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एचपीईडब्ल्यू) और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के विश्लेषण में कहा गया है कि प्रदेश विधानसभा में जीत हासिल करने वालों में 93 प्रतिशत करोड़पति हैं और 41 पर आपराधिक मामले हैं। एडीआर ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में सभी 68 विजयी उम्मीदवारों के हलफनामों के विश्लेषण करने के बाद यह नतीजा निकाला है। चौदहवीं राज्य विधानसभा के विजयी उम्मीदवारों में कांग्रेस के 40 , भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 25 और तीन निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं।
विजयी उम्मीदवारों की वित्तीय प्रोफाइल के अनुसार औसत विधायक 13.26 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं। विश्लेषण के मुताबिक कुल 68 विधायकों में से 63 (93 प्रतिशत) या तो करोड़पति हैं या विशाल साम्राज्य के मालिक हैं। यदि हम पार्टी-वार करोड़पति जीतने वाले उम्मीदवारों का विश्लेषण करते हैं, तो 40 में से 38 (95%) कांग्रेस के हैं।
25 में से 22 (88%) भाजपा के हैं और 3 (100%) निर्दलीय जीतने वाले उम्मीदवारों ने एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है। प्रत्येक चुनाव के साथ करोड़पति और करोड़पतियों की प्रविष्टि बढ़ जाती है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में इस पहाड़ी में 52 (76%) करोड़पति विधायक थे।