वाशिंगटन। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वाशिंगटन में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएफएफ) विश्व बैंक के वसंतकालीन सम्मेलनों के दौरान श्रीलंका के कर्ज के मामले पर एक उच्चस्तरीय बैठक में हिस्सा लिया। जापान के वित्तमंत्री सुजूकी शुनीची, फ्रांस के राजकोष विभाग के महानिदेशक इमेनुएल मॉलिन और श्रीलंका के वित्त राज्यमंत्री शेहान सेमासिंघा बैठक में उपस्थित थे। श्रीलंका के राष्ट्रपति और वित्तमंत्री रानिल विक्रमसिंघा ने वर्चुअल माध्यम से बैठक में हिस्सा लिया।
कार्यक्रम का उद्देश्य श्रीलंका सहित कर्जदार देशों के सम्बंध में ऋण की पुनर्रचना प्रक्रिया के बारे में बहुपक्षीय सहयोग सामने लाया जाये। कार्यक्रम में मंत्रियों ने श्रीलंका की ऋण पुनर्रचना वार्तालाप प्रक्रिया को शुरू करने पर सहमत हुये। इसके तीन सह-अध्यक्ष हैं: भारत, जापान और फ्रांस, जो श्रीलंका में ऋण पुनर्रचना के समन्वय का नेतृत्व करेंगे।
श्रीमती सीतारमण ने मौजूदा आर्थिक संकट का सामना करने में श्रीलंका के लिये भारत की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऋणदाताओं के बीच सहयोग होना चाहिये, क्योंकि यह ऋण पुनर्रचना के सम्बंध में सभी ऋणदाताओं के साथ होने वाली बातचीत में समानता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिये बहुत जरूरी है।