कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 3 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। शनिवार शाम कोलकाता सहित बंगाल के दक्षिणी जिलों में आंधी-तूफान के साथ तेज बारिश हुई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पूर्व मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम में बिजली गिरने से 1 महिला और उसके बेटे की मौत हो गई। खड़गपुर में बांस का गेट गिरने से 1 व्यक्ति की मौत हो गई। आंधी-तूफान के चलते कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए। बारिश के बाद लोगों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। पश्चिम बंगाल में ऐसी स्थिति को काल बैसाखी कहते हैं। बांग्लादेश में भी भीषण तूफान को काल बैसाखी कहते हैं।
नदिया जिले में आंधी के कारण पेड़ की टहनी टूटकर गिरने से रवींद्रनाथ प्रमाणिक (62) नामक एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके अलावा एक अन्य व्यक्ति आंधी की चपेट में आकर घायल भी हो गया। दक्षिण दिनाजपुर जिले के बालूरघाट में तेज आंधी तूफान की वजह से कई गांवों में भारी नुकसान पहुंचा है। इधर, पूर्व बर्धमान जिले के कटवा-अजीमगंज शाखा में रेल पटरी के उपर ओवरहेड तार पर पेड़ की टकनी गिरने की वजह से ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई।
हालांकि राजधानी कोलकाता में वैसी बारिश नहीं हुई है। कोलकाता व इसके आसपास के जिलों हावड़ा, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना व हुगली में हल्की बारिश हुई है। विभिन्न जिलों में शनिवार को आसमान में काले बादल छाए रहे। पुरुलिया, बांकुडा, बीरभूम, मुर्शिदाबाद, दुर्गापुर व बर्धमान जिले में भी तेज हवा के साथ बारिश हुई। अलीपुर मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक राज्य में छिटपुट बारिश जारी रहेगी और भीषण गर्मी में थोड़ी कमी आएगी।
राज्य में फिर से चक्रवात आने की संभावना है। मौसम विभाग ने मई के पहले सप्ताह में चक्रवात के संकेत दिए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, इस समय दक्षिण बंगाल में दक्षिण-पश्चिमी हवा चल रही है, जो उत्तर प्रदेश से पश्चिम बंगाल तक गंगीय क्षेत्र में एक निम्न दबाव बना रही है। इसके प्रभाव से राज्य में अगले 4 से 5 दिनों तक हल्की और तेज बारिश की संभावना है। कोलकाता व आसपास के जिलों में भी बारिश की संभावना है।