नई दिल्ली : नरेंद्र मोदी सरकार में अकाली दल की एकमात्र मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कृषि बिलों के विरोध में गुरुवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने इससे पहले गुरुवार को लोकसभा में कहा कि खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल कृषि बिलों के विरोध में अपने पद से इस्तीफा दे देंगी, क्योंकि सरकार ने पंजाब और हरियाणा के किसानों के चौतरफा विरोध के बावजूद कृषि से जुड़े दो और बिल लोकसभा में पेश कर दिए।
एनडीए में शामिल अकाली दल ऐसे तीन बिलों में से पहले बिल का विरोध किया था, जिसे लोकसभा में पारित कर दिया गया है। वहीं आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद भगवंत मान ने यहां गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार के कृषि अध्यादेश पर सरकार की सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और कांग्रेस ने यू-टर्न ले लिया है और यह अध्यादेश का विरोध कर रही आप की जीत है।
सांसद मान ने कहा, “आप और किसानों के विरोध के बाद शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस ने एमएसपी अध्यादेश पर यू-टर्न ले लिया है, यह हमारी जीत है। कुछ दिनों पहले तक शिरोमणि अकाली दल इन किसान विरोधी बिलों का समर्थन कर रहा था और आज वे मगरमच्छ के आंसू बहा रहे हैं। पंजाब में कांग्रेस के सीएम और वित्तमंत्री, दोनों ने पहले इन बिलों का समर्थन किया था। उन्हें इन किसान विरोधी बिलों को तब रोकना चाहिए था, जब ये शुरुआती चरण में थे और तब इन बिलों को संसद तक पहुंचने ही नहीं देना चाहिए था।”