तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिले के गुड़गुड़ीपाल थाना अंतर्गत शाल वन से घिरा भादुलिया लोधा व आदिवासी लोगों का एक पिछड़ा गांव है। इस बार मेदिनीपुर की अम्मा जनसेवा सोसायटी के युवाओं का एक समूह ‘पलाश गांव’ नाम से एक आदर्श आदर्श गांव बनाने के लिए उत्सुक है I
यह जंगल के बीच 130 आदिवासी परिवारों वाला एक पिछड़ा गाँव है । गाँव के अधिकांश पुरुष और महिलाएँ गाय और बकरियाँ चराकर अपना जीवन यापन करते हैं। प्राथमिक विद्यालय 4 किमी दूर स्थित है। जहां जंगल के रास्ते से जाना पड़ता है I
पर्याप्त पोषण के अभाव के बावजूद प्रकृति के बीच हंसते हुए गांव के नौनिहालों का जीवन व्यतीत हो जाता है । ‘शिक्षा की रोशनी’ कायदे से हर घर में नहीं पहुंच पाई है I
मेदिनीपुर की स्वयंसेवी संस्था अम्मा जनसेवा सोशल वेलफेयर सोसाइटी के युवाओं के एक समूह ने गांव को आदर्श गांव ‘पलाश गांव’ के रूप में उजागर करने की पहल की है। औपचारिक रुप से इस ‘पलाश गांव’ का शुभारम्भ भी किया गया और गांव के चारों तरफ दो हजार पलाश के पौधे लगाये गये I
पौधा नष्ट न हो इसके लिए उसे पहले से ही लोहे या बांस की बाड़ से घेर दिया गया है I
स्थानीय प्रशासन और कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद से, संगठन के अध्यक्ष अबीर अग्रवाल (सर), सचिव नवीन कुमार घोष, सुमन जाना, अर्नब दास, विदिशा मंडल, मानस मा ईती, मोहम्मद इजाज़रा द्वारा पहले ही कई कदम उठाए जा चुके हैं I
संस्था के चेयरमैन पीयूष कांति पाल लगातार उनका मार्गदर्शन कर रहे हैं। इस अवसर पर मेदिनीपुर शहर के प्रमुख समाजसेवी अबीर अग्रवाल , संदीप सिंह, असित पाल, निर्माल्य चक्रवर्ती आदि उपस्थित थे।
मेदिनीपुर की सांसद जून मालिया, मेदिनीपुर विधायक सुजॉय हाजरा ने इसके लिए शुभकामनाएं भेजीं है I सब स्वयंसेवी संगठन के सदस्यों ने उम्मीद जताई कि गांव शिक्षा की रोशनी से रोशन होगा ।
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