पणजी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गोवा को विकास का नया मॉडल और सामूहिक प्रयासों का प्रतिबिम्ब करार दिया है। मोदी शनिवार को स्वयंपूर्ण गोवा योजना के अन्तर्गत लाभ पाने वाले व्यक्तियों, स्वयंपूर्ण मित्रों, सरपंचों और पंचायत सदस्यों के साथ ऑनलाइन संवाद कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने सरकारी कर्मचारियों से लोगों की भलाई के लिए सभी प्रकार की चुनौतियां उठाने का आह्वान करते हुए कहा कि हमारे सरकारी अधिकारी जितने अधिक जिम्मेदार होंगे, देश का उतना ही लाभ होगा।
उन्होंने गोवा की पिछली सरकारों की आलोचना करते हुए कहा कि उनमें उत्साह की कमी थी और वे राज्य के विकास के लिए सकारात्मक वातावरण सृजित करने में विफल रहीं थी। उन्होंने कहा कि लम्बे समय तक राज्य में सुशासन की जगह राजनीतिक नफे-नुकसान को प्राथमिकता दी गई। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब गोवा में ग्रामीण अवसंरचना के विकास और नवीनीकरण का बजट पहले की तुलना में पांच गुना कर दिया गया है।
मोदी ने राज्य की प्रमोद सावंत सरकार के काम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि “ सरकार घर-घर शौचालय की सुविधा उपलब्ध करने, उज्ज्वला योजना के तहत रसोई गैस कनेक्शन पहुंचाने और महिलाओं के जन-धन बैंक खाते खुलवाने के मामले में बहुत अच्छा का कर रही है। आज गोवा राज्य विकास का नया मॉडल और सामूहिक प्रयासों का प्रतिबिम्ब बन गया है। हर क्षेत्र में चाहे वह खेल का मैदान हो या देश की सीमाओं पर चौकसीहमारे देश की बेटियों की सफलता की कहानियों की गूंज सुनाई देती है।”
मोदी ने कहा कि इस संवाद में सबसे पहले गोवा सरकार की अवर सचिव ईशा सावंत के साथ बातचीत की, सावंत ने कहा कि वह स्वयंपूर्ण मित्र के रूप में काम करके आत्म गौरव का अनुभव करती है। यह कार्यक्रम सरकार और जनता के बीच विश्वास का बंधन है, हम पंचायतों में जाते है और वहां लोगों की समस्याएं सुलझाते हैं। सरकारी योजनाएं लोगों तक पहुंच रही हैं।
मोदी ने बातचीत में लोगों से यह जानने का प्रयास किया कि आधुनिक प्रौद्योगिकी के प्रयोग से सरकार को जनता तक पहुंचने में मदद मिल रही है। उन्होंने यह भी पूछा कि महिला उद्यमियों के लिए क्या सुविधाएं मिल रही हैं। उन्होंने यह भी सलाह दी कि स्वयंसेवा समूहों (एसएचजी) को सेवाओं के कारोबार में भी जुड़ना चाहिए। एक अन्य स्वयंपूर्ण मित्र मिरांडा ने मोदी को बताया कि सरकार की मदद से राज्य के किसानों, पशु-पालकों और अन्य क्षेत्र के लोगों की आमदनी बढ़ रही है।