National Desk : क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स में विश्व के टॉप 200 शिक्षण संस्थानों में तीन भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानो ने अपनी जगह बनाई है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इसपर खुशी जाहिर की है। वहीं आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर वी रामगोपाल राव ने कहा है कि हम वैज्ञानिक अनुसंधान के माध्यम से अपना योगदान करना जारी रखेंगे। क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग्स में विश्व के टॉप 200 शिक्षण संस्थानों में आईआईटी बॉम्बे 177वें, आईआईटी दिल्ली 185वें और बैंगलूरू स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान 186वें स्थान पर आया है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि मुझे यह बताते हुए बेहद खुशी और गर्व महसूस हो रहा है कि क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स में 22 भारतीय विश्वविद्यालयों ने टॉप 1000 विश्वविद्यालयों में स्थान प्राप्त किया है। वहीं हाल ही में जारी हुई टाइम्स हायर एजुकेशन एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग्स में 18 विश्वविद्यालयों ने टॉप 200 विश्वविद्यालयों में स्थान प्राप्त किया है।
निशंक ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में हमारे उच्च शिक्षण संस्थानों ने हाल ही में सभी प्रकार की रैंकिंग्स में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम नई शिक्षा नीति लेकर आए जो कि हमारे उच्च शिक्षण संस्थानों को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगी। उन्हें वैश्विक पटल पर नई पहचान स्थापित करने में मदद करेगी। भारतीय शिक्षा प्रणाली को हमेशा से ही विश्व में सराहा गया है।
नई शिक्षा नीति में दिए गए प्रावधानों से सभी विश्वविद्यालयों में शिक्षा के मापदंड और ऊंचे होंगे।निशंक ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे विश्वविद्यालय अपने बेहतर प्रदर्शन से प्रधानमंत्री के भारत को विश्वगुरु के तौर पर स्थापित करने के विजन को पूरा करेंगे।
क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022 पर टिप्पणी करते हुए आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो वी रामगोपाल राव ने कहा, कोई भी रैंकिंग संस्थागत प्रदर्शन का एक अच्छा उपाय नहीं हो सकता है। विशेष रूप से आईआईटी दिल्ली जैसे प्रौद्योगिकी केंद्रित संस्थान के लिए। हालांकि आईआईटी दिल्ली ने अपनी रैंकिंग में और सुधार किया है। हम वैज्ञानिक, तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान के माध्यम से भारत और विश्व के लिए योगदान करना जारी रखेंगे।