किरण नांदगाँवकर, बुरहानपुर मध्यप्रदेश : श्रीलंका दौरे के लिए जब भारतीय टीम के कप्तान के रुप में शिखर धवन और अन्य कम अनुभवी खिलाडियों की घोषणा की गई तब श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर अर्जुन रणतुंगा को सबसे ज्यादा अपमानित होने जैसा महसूस हुआ था। उनका यह सोचना था की श्रीलंका की टीम के साथ BCCI ने खेलने के लिए “B” टीम भेज दी है। यह श्रीलंकाई क्रिकेट का एक तरह से अपमान है।
विदित हो की मुख्य भारतीय टीम इसी दौरे के समय इंग्लैंड के लम्बे दौरे पर है। अतः बीसीसीआई को भी मजबूरी में ही यह टीम बनाकर भेजनी पड़ी। अब इसमें रणतुंगा को अपमानजनक क्यों महसूस हुआ, समझना मुश्किल है। यदि इंग्लैंड दौरा इस दरम्यान नहीं होता तो निश्चित ही विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम श्रीलंका में जाकर खेलती। दूसरी बात रणतुंगा को भारत की इस टीम से तो एतराज था लेकिन श्रीलंकाई टीम लगातार हार कर, हार के नए आयाम स्थापित कर रही थी उस पर वे प्रतिक्रिया शून्य थे।
इसके पूर्व श्रीलंका बांग्लादेश, वेस्टइंडीज, इंग्लैंड (घर और बाहर) इन सभी से बुरी तरह हार का सामना कर चूकी थी। और तो और श्रीलंका की इसी टीम ने इस दरम्यान सबसे ज्यादा एक दिवसीय मैच हारने का रिकॉर्ड भी बना डाला। फिर भी रणतुंगा इतनी बुरी तरह हारी हुई टीम से श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर होने के नाते जरा भी अपमानित नहीं हुए और भारत की प्रवासी टीम पर टिका-टिप्पणी कर डाली।
अब इस श्रीलंका की बेहद दोयम दर्जे की टीम को भारत की इसी “B” टीम ने बुरी तरह रगड कर मारा है। भारत के युवाओं ने श्रीलंका के खिलाडिय़ों को नौसिखिया साबित करते हुए पहले दोनों एक दिवसीय मैच जीतकर श्रृंखला में अविजीत 2-0 की बढत ले ली है। आज खेले गए दूसरे एक दिवसीय मैच में तो लगभग हार चुका मैच भी भारत ने जीत लिया।
275 रन का लक्ष्य जब सामने हो और पीछा कर रही टीम जब 160 रन पर अपने 6 बल्लेबाज गंवा दे और टेलएंडर्स, वो भी गेंदबाज, बल्लेबाजी करने उतरे तो विपक्षी टीम का पलडा भारी हो जाता है। लेकिन भारत के दोनों गेंदबाजों दीपक चहर और भूवनेश्वर कुमार ने जिस तरह श्रीलंकाई टीम की बखिया उधेडी वह देखने काबिल था। खासकर दीपक चहर ने जो बल्लेबाजी की वो श्रीलंकाई टीम के गेंदबाजों की कलई खोल गई। और यह जाहिर हो गया की ये श्रीलंकाई टीम भारत की इस “B” से भी खेलने के लायक नहीं है।
धवन और भारत के इन सभी युवा खिलाडियों ने बढिया प्रदर्शन कर यह साबित कर दिया है की “A” और “B” टीम जैसा कुछ नहीं होता है। मैदान में आपका प्रदर्शन बोलता है ना की कोई दर्जा। धवन एण्ड कंपनी ने श्रीलंका में एक दिवसीय श्रृंखला जीतकर रणतुंगा के गाल पर एक जोरदार तमाचा मारा है। राहुल द्रविड़, शिखर धवन ओर पूरी भारतीय टीम को इस श्रृंखला विजय पर बधाई!! और अब अगले बचे शेष मैचों के परिणाम के पश्चात रणतुंगा दूसरा गाल खुद ही आगे कर देंगे यही उम्मीद है।