जगदल, उत्तर चौबीस परगना । कहते हैं जहाँ चाह है वहाँ राह है, इसी को चरितार्थ करते हुए जगदल की सुनंदा ने दिखा दिया कि चाहे लाख बाधाएँ आएँ पर यदि आप डटे रहे तो सफलता सुनिश्चित है। सुनंदा बचपन से ही मेघावी हैं पर उनके परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब है। एक कमरे के टिन शेड के मकान में कुल पांच लोगों का परिवार है।
आए दिन जूट मिल बंद होने से दो जून की रोटी भी कई बार बढ़ी कठिनाई से जुट पाती थी। पर हर विपरीत परिस्थिति का सामना करते हुए भी उन्होंने पढ़ाई कभी नहीं छोड़ी। एमए तक कि पढ़ाई के बाद नौकरी की तलाश में लग गई। लक्ष्य था सरकारी नौकरी, वह भी राजभाषा संवर्ग।
आज सुनंदा की तपस्या रंग लाई है। उन्होंने राष्ट्रीय फैशन टेक्नोलॉजी संस्थान पटना में कनिष्ठ अनुवाद अधिकारी के पद पर कार्यग्रहण किया है। वे अपनी इस सफलता का श्रेय ईश्वर पर अटूट विश्वास, भाई और मां का निरंतर सहयोग और इस परीक्षा की तैयारी में सहयोग देने वाले अपने समस्त प्रशिक्षकों को देती हैं। कोलकाता हिंदी न्यूज़ की तरफ से भी सुनंदा को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं।