कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बाद अब त्रिपुरा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और बीजेपी का नया कुरुक्षेत्र बनता नजर आ रहा है। बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले और बाद में जो कुछ हुआ, वही अब पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में दोहराया जा रहा है। बीते दिनों हुए हमले को लेकर जारी आरोप-प्रत्यारोप के बीच त्रिपुरा पुलिस ने तृणमूल कांग्रेस यानी टीएमसी सांसदों अभिषेक बनर्जी, डोला सेन और पार्टी के अन्य शीर्ष नेताओं के खिलाफ ‘पुलिस कर्मियों को उनकी ड्यूटी में बाधा डालने’ के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है।
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, त्रिपुरा पुलिस ने ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के अलावा बंगाल के मंत्री ब्रत्य बसु और पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। प्राथमिकी में कहा गया है कि रविवार सुबह 14 टीएमसी नेताओं और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद मंत्री ब्रत्य बसु और सांसद डोला सेन के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं का एक समूह खोवाई थाने पहुंचा और फिर उसके तुरंत बाद ही अभिषेक बनर्जी भी थाने पहुंच गए।
पुलिस ने कहा है कि टीएमसी नेताओं के समूह ने एडिशनल एसपी और अन्य पुलिस कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया और उन पर चिल्लाया भी। त्रिपुरा पुलिस ने अब टीएमसी के शीर्ष नेताओं को खोवाई के एडिशनल एसपी और एसडीपीओ के साथ दुर्व्यवहार करने और पुलिस कर्मियों को ड्यूटी करने से रोकने के लिए मामला दर्ज किया है।