ईएसडब्ल्यू द्वारा विश्वेश्वरैया के जन्मदिन पर भारत के इंजीनियर सम्मानित

भारत नैतिक मूल्यों से ओतप्रोत हो तभी राष्ट्र निर्माण संभव – कुलपति डॉ. कपिल देव मिश्रा

आधुनिक उपकरण की खोज इंजीनियर की देन – कुलपति डॉ. टी.आर. थापक

मध्यप्रदेश : आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत द्वि सहस्राब्दी वर्ष से संचालित एवं नीति आयोग भारत सरकार से संबद्ध एनवायरमेंट एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी खजुराहो, महाकौशल विज्ञान परिषद जबलपुर एवं महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय छतरपुर के संयुक्त तत्वावधान में भारत रत्न एम विश्वेश्वरैया के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में इंजीनियर डे मनाया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रोफेसर कपिल देव मिश्र कुलपति रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर अध्यक्ष प्रोफेसर टीआर थापक कुलपति महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय छतरपुर विशिष्ट अतिथि प्रोफ़ेसर सुनीता शर्मा अध्यक्ष महाकौशल विज्ञान परिषद डॉ. सुरेंद्र सिंह प्राध्यापक बायोसाइंस रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय मुख्य वक्ता डॉ. राजीव चंडक प्राध्यापक शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज जबलपुर वक्ता इंजीनियर रितेश अग्रवाल एवं शैलेश गुप्ता व्याख्याता शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज नौगांव सहित एनवायरमेंट एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. अश्वनी कुमार दुबे संरक्षक सदस्य डॉ. लीना लखानी डॉ. सुधा श्रीवास्तव पदाधिकारीगण विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के प्राध्यापक शोधकर्ता पर्यावरणविद इंजीनियर एवं छात्र-छात्राएं ऑनलाइन शामिल रहे।

कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रोफ़ेसर सुनीता शर्मा द्वारा स्वागत भाषण से हुआ। शैलेश गुप्ता ने इंजिनियर्स डे की थीम पर प्रकाश डाला प्रोफेसर कपिल देव मिश्र ने मुख्य अतिथि उद्बोधन में कहा कि किसी महापुरुष के जन्मदिन तभी सार्थक होते हैं जब हम उनके आदर्शो पर चलें विज्ञान तकनीकी जन जन तक पहुंचे इसी में विज्ञान की सार्थकता है। 21वीं सदी में हमें जल जमीन जंगल जानवर पर्यावरण की दिशा में कार्य करना होंगे। हमारा भारत नैतिक मूल्य से ओतप्रोत हो तभी राष्ट्र का निर्माण संभव है।

अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रोफेसर टीआर थापक कुलपति महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने विज्ञान एवं तकनीकी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आधुनिक उपकरण की खोज इंजीनियर की देन है। माननीय प्रधानमंत्री जी ने साबरमती से आजादी का अमृत महोत्सव आरंभ किया था। देश का युवाओं को शहीदों के जीवन से सीख लेकर अत्याधुनिक तकनीकी विकसित कर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें यही शहीदों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। रितेश अग्रवाल ने राष्ट्र निर्माण में इंजीनियर के योगदान पर व्याख्यान दिया वहीं डॉ. राजीव चंदक ने विकसित राष्ट्र में तकनीकी के महत्व पर प्रकाश डाला।

इस अवसर पर इंजीनियर शैलेश गुप्ता इंजीनियर रितेश अग्रवाल एवं डॉ राजीव चंदक को ईएसडब्ल्यू सोसायटी की ओर से रिकॉग्निशन अवार्ड से सम्मानित किया गया।
डॉ. सुरेंद्र सिंह ने आभार व्यक्त किया कार्यक्रम का समापन शांति पाठ से डॉ. मुक्ता भटेले प्राचार्य ओरिएंटल इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी जबलपुर ने किया कार्यक्रम का संचालन ईएसडब्ल्यू सोसाइटी अध्यक्ष डॉ. अश्वनी कुमार दुबे ने किया।

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