नई दिल्ली। दिल्ली के जंतर-मंतर पर लगभग 35 दिनों से धरने पर बैठे पहलवान रविवार को महिला सम्मान महापंचायत के लिए नए संसद भवन की ओर मार्च कर रहे थे, तभी पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है। महिला महापंचायत के लिए जंतर-मंतर से नई संसद की ओर कूच कर रहे पहलवानों को दिल्ली पुलिस बसों में भरकर प्रदर्शनकारियों को अलग स्थान पर ले जा रही है।भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत यूपी गेट पर पहुंच गए हैं।
राकेश टिकैत ने यहां इकट्ठा हुए किसानों को संबोधित को संबोधित भी किया। दिल्ली-गुरुग्राम को जोड़ने वाले सरहौल बॉर्डर पर वाहनों की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने नाका लगाया है। दिल्ली पुलिस हर संदिग्ध पर नजर रखने के साथ ही सभी वाहन चालकों के आईडी कार्ड चेक करने के बाद ही आगे जाने दे रही है। इसके चलते बॉर्डर पर जाम जैसे हालात बने हुए हैं।
विनेश फोगट ने कहा कि जंतर मंतर पर सरेआम लोकतंत्र की हत्या हो रही। एक तरफ पीएम मोदी ने लोकतंत्र के नए भवन का उद्घाटन किया है, दूसरी तरफ हमारे लोगों की गिरफ्तारियां चालू हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को विधिवत ढंग से नए संसद भवन का उद्घाटन किया।
वहीं आज नए संसद भवन की ओर कूच का ऐलान करने वाले पहलवानों के मार्च से पहले शनिवार शाम से ही राजधानी दिल्ली में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सीमाओं को सील कर दिया गया है। एक महीने से भी अधिक समय से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों ने रविवार को नई संसद के सामने एक ‘महिला महापंचायत’ करने का ऐलान किया है।
प्रदर्शनकारी पहलवान सात महिला पहलवानों का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न करने के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। हालांकि, एक अधिकारी ने कहा कि पहलवानों की ओर से घोषित ‘महिला महापंचायत’ के लिए अनुमति नहीं दी गई है। पहलवान संसद परिसर से तीन किलोमीटर दूर स्थित जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं।
नई संसद के उद्घाटन से पहले लुटियंस दिल्ली में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। नया संसद भवन हाई सिक्योरिटी वाले क्षेत्र में स्थित है। पुलिस द्वारा यहां अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के अलावा सीसीटीवी कैमरे से लगातार निगरानी की जा रही है। पुलिस ने पहले ही एक ट्रैफिक एडवाइजरी जारी कर कहा है कि नई दिल्ली जिले को नियंत्रित क्षेत्र माना जाएगा और वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।