खड़गपुर संवाददाता । पूर्व मेदिनीपुर जिला अंतर्गत एगरा अनुमंडल जलजमाव वाले इलाके के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। हाल ही में हुए निम्नदबाव और अतिप्रवाह से प्रभावित किसानों को उचित मुआवजे के साथ-साथ स्थायी बाढ़ को रोकने और संभाग की जल निकासी समस्याओं को हल करने के लिए दुबडा और बरचौका घाटियों के पूर्ण परिवर्तन से संबंधित 11 बिंदुओं की मांग की तथा अनुमंडलाधिकारी के कार्यालय में विरोध-प्रतिनियुक्ति कार्यक्रम लागू किया गया।
कार्यक्रम को एगरा सब-डिवीजन बाढ़-क्षरण निवारण समिति और दुबडा और बरचौका बेसिन सुधार समिति द्वारा आहूत किया गया था। कार्यक्रम में करीब दो सौ महिलाओं सहित जलबंदी क्षेत्र के लोगों ने शामिल होकर व्यस्त एगरा-बाजकुल राज्य मार्ग को करीब बीस मिनट तक जाम कर दिया। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप से जाम हटा लिया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व पूर्वी मेदिनीपुर जिला बाढ निवारण समिति के संयुक्त सचिव नारायण चंद्र नायक और जगदीश साव ने किया।
अनुमंडलाधिकारी सम्राट मंडल व सिंचाई विभाग के दो कनिष्ठ अभियंताओं ने ज्ञापन स्वीकार किया। प्रतिनिधिमंडल में जगदीश साहू, नारायण चंद्र नायक, सूर्येंदु विकास पात्र, वासुदेव बर्मन तथा बनबिहारी जाना शामिल थे। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अधिकारियों ने मांगों की वैधता को स्वीकार किया और आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। नेताओं ने विरोध सभा में घोषणा की कि अगर प्रशासन ने किसानों को तत्काल मुआवजे सहित बाढ़ की रोकथाम और जल निकासी की मांगों को लागू करने के लिए कदम नहीं उठाए, तो एक बड़ा आंदोलन कार्यक्रम चलाया जाएगा।