तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : आज महाष्टमी है । रीति के मुताबिक देवी दुर्गा की आराधना में १०८ कमल के फूल लगते हैं । लेकिन फूलों की ऊंची कीमत से आयोजक परेशान दिखे । थोक बाजार में कमल के एक फूल की कीमत चालीस रुपये रही। सारा बांग्ला फूल चासी व फूल व्यवसायी समिति के महासचिव नारायण चंद्र नायक ने कहा कि केवल कमल ही नहीं रजनीगंधा, जोबा, बेला, गेंदा व अपराजिता समेत तमाम फूलों की कीमत इन दिनों चढ़ी हुई है। लॉक डाउन के चलते इस साल किसान कायदे से फूलों की खेती नहीं कर पाए ।
इसमें तरह तरह की दिक्कतें पैदा हो रही थी । भविष्य और बाजार को लेकर तमाम तरह की अनिश्चितता फूल उगाने वाले किसानों को परेशान करती रही । इसके चलते फूलों की पैदावार आवश्यकता से काफी कम रही । लिहाजा बाजारों में फूलों की आवक भी कम रही । मांग और आपूर्ति के नियमों के तहत ही कम उपलब्धता के चलते फूल महंगे बिके । बता दें कि गणेश पूजा से ही त्योहारों का सिलसिला शुरू हो जाता है।
इस दौरान फूलों की मांग बढ़ जाती है । सरस्वती पूजा तक फूलों के बाजार गुलज़ार रहते हैं । त्योहार के बाद शादी – ब्याह का मौसम आने से भी फूल बाजारों की रौनक कायम रहती है । आपदा की स्थिति और खराब मौसम से फूलों की पैदावार प्रभावित होती रही है । इस साल मौसम अनुकूल रहने के बावजूद लॉक डाउन की परिस्थिति ने फूल बाजार पर विपरीत असर डाला ।