कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार के कैबिनेट मंत्री की करीबी अर्पिता मुखर्जी को एसएससी घोटाले में आज कोर्ट में पेश किया गया। उन्हें कोलकाता के बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया। जानकारी के मुताबिक ईडी कोर्ट से अर्पिता की रिमांड की मांग करेगी। अर्पिता को अदालत ले जाए जाने से पहले उनका मेडिकल टेस्ट भी किया गया। बता दें कि अर्पिता मुखर्जी के घर से 21 करोड़ से ज्यादा कैश और बीसियों मोबाइल फोन मिले थे। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में इस मामले में मंत्री पार्थ चटर्जी को भी ईडी द्वारा दो दिन की रिमांड पर लिया गया है।
इस बीच तृणमूल कांग्रेस ने बयान जारी कर कहा है कि यदि किसी नेता ने कुछ गलत किया है,तो पार्टी राजनीतिक रूप से उसमें हस्तक्षेप नहीं करेगी। ईडी ने पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में राज्य के कई हिस्सों में गत शुक्रवार को छापेमारी की थी। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि पार्टी का उस महिला से कोई संबंध नहीं है, जिसके पास से नकद राशि मिली है। उन्होंने कहा कि पार्टी इस मामले में समयबद्ध जांच किए जाने की मांग करती है।
उन्होंने कहा कि कुछ मामलों में केंद्रीय एजेंसी की जांच कई साल से जारी है। सीबीआई कई करोड़ रुपये वाले सारदा चिटफंट मामले की जांच 2014 से कर रही है। 2016 के चुनाव से पहले सामने आए नारदा टेप मामले की जांच भी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई है। घोष ने कहा कि कानून अपना काम करेगा। तृणमूल कांग्रेस हस्तक्षेप नहीं करेगी, भले ही कितना भी बड़ा नेता इसमें शामिल क्यों न हो।