नयी दिल्ली। परवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी. सेंथिलबालाजी को हिरासत में लिया है। हिरासत में लेने से पहले ईडी की एक टीम ने चेन्नई स्थित उनके आवास पर उनसे 18 घंटे की पूछताछ की थी। देर रात लगभग दो बजे सेंथिलबालाजी को मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया गया। युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन, स्वास्थ्य मंत्री एम सुब्रमण्यम और पीडब्ल्यूडी मंत्री ईवी वेलू अस्पताल में सेंथिलबालाजी से मिलने पहुंचे।
उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि पार्टी कानूनी उपायों पर विचार करेगी और “बीजेपी की धमकी और दबाव के आगे नहीं झुकेगी।” हिरासत में लिए जाने से पहले ईडी ने 13 जून को सेंथिलबालाजी के दफ़्तर, राज्य सचिवालय और उनसे जुड़ी कई जगहों पर पहले छापे मारे थे। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने बीजेपी पर ईडी का इस्तेमाल कर पीछे के दरवाज़े से डराने का आरोप लगाया।
छापे की कड़ी आलोचना करते हुए कहा- “यह मायने नहीं रखता कि छापेमारी किस पर की गई, लेकिन यह मायने रखता है कि छापेमारी कहां की गई। सचिवालय में छापेमारी करना संघीय ढांचे के ख़िलाफ है।” इस छापे की शरद पवार, मल्लिकार्जुन खड़गे, सीताराम येचुरी, अरविंद केजरीवाल , ममता बनर्जी सहित विपक्ष के कई नेताओं ने आलोचना की है।