कोलकाता। पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने 20 मोबाइल फोन जब्त किया है। इन सभी फोन का संबंध मंत्री ज्योतिप्रिय से है। इसलिए इनके चैट और कॉल रिकॉर्ड से महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है। सूत्रों ने कहा कि ये सुराग मामले के साथ आरोपितों के प्रभावशाली संबंध स्थापित करने में अहम साबित होंगे।
ईडी के एक अधिकारी ने कहा कि इस संबंध में जब्त किए गए 20 मोबाइल फोन में राज्य के वन मंत्री और पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, उनके पूर्व और वर्तमान निजी सहायक, उनके निजी चार्टर्ड अकाउंटेंट, उनके कुछ करीबी पारिवारिक संबंधियों और सहयोगियों के फोन शामिल हैं। मल्लिक को मामले के सिलसिले में ईडी के अधिकारियों ने शुक्रवार सुबह गिरफ्तार कर लिया।
सूत्रों ने कहा कि वास्तव में इस मामले में मंत्री की संलिप्तता के बारे में सुराग सबसे पहले कोलकाता के व्यवसायी बकीबुर रहमान के मोबाइल फोन से एक व्हाट्सएप संदेश से पता चला था, जो राशन वितरण में ईडी के अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किए जाने वाले पहले व्यक्ति थे। जिन अन्य लोगों के मोबाइल फोन केंद्रीय जांचकर्ताओं ने जब्त किए हैं।
उनके लिंक भी रहमान के मोबाइल से बरामद विभिन्न व्हाट्सएप चैट संदेशों से हासिल किए गए थे। इन 20 जब्त किए गए मोबाइल फोनों से पूर्ण-डेटा पुनर्प्राप्ति की प्रक्रिया ईडी द्वारा पहले ही शुरू कर दी गई है। उचित समय पर वे पुनर्प्राप्ति उद्देश्य के लिए संबंधित विशेषज्ञों की मदद लेंगे।
केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों का मानना है कि पूर्ण डेटा पुनर्प्राप्ति के बाद अधिक महत्वपूर्ण सुराग उपलब्ध होंगे जो उन्हें राशन वितरण मामले के साथ सीधे प्रभावशाली संबंध स्थापित करने में मदद करेंगे। ईडी के वकील फिरोज एडुलजी ने पहले ही कोलकाता की एक विशेष अदालत को इन मोबाइल फोन और वहां मौजूद डेटा में छिपे सुराग की संभावनाओं के बारे में अपडेट कर दिया है।