नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में जमानत पर सुनवाई से पहले, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सुबह-सुबह आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के परिसरों पर छापेमारी की। यह छापेमारी भी दिल्ली में पूर्व में लागू की गई आबकारी नीति के सिलसिले में थी जिसमें सिसौदिया जेल में बंद हैं। ईडी की टीम सुबह करीब सात बजे सांसद के आवास पर पहुंची और तलाशी शुरू की। खबर लिखे जाने तक छापेमारी जारी थी।
ईडी के अधिकारियों ने सिंह के अलावा मामले से जुड़े अन्य लोगों के परिसरों पर भी तलाशी ली। सिसोदिया की जमानत पर शीर्ष अदालत द्वारा 15 सितंबर को दोनों पक्षों के वकीलों के संयुक्त अनुरोध के बाद सुनवाई 4 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और ईडी के खिलाफ पूर्व उपमुख्यमंत्री की दो विशेष अनुमति याचिकाएं बुधवार के लिए सूचीबद्ध हैं।
वह कथित उत्पाद शुल्क नीति घोटाले के संबंध में मनी लॉन्ड्रिंग जांच का सामना कर रहे हैं और फरवरी से जेल में हैं। इस बीच, दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के लोकसभा सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी के बेटे राघव मगुंटा और व्यवसायी दिनेश अरोड़ा को घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सरकारी गवाह बनने की अनुमति दे दी।
अरोड़ा और राघव मगुंटा दोनों को ईडी ने गिरफ्तार किया था और फिलहाल जमानत पर हैं। मामले में ईडी के वकील विशेष लोक अभियोजक एन.के. मट्टा और आरोपी के वकील को विस्तार से सुनने के बाद न्यायाधीश ने उन्हें जांच में सहयोग करने और जांचकर्ताओं को मामले के बारे में उनके पास मौजूद सभी जानकारी का खुलासा करने का निर्देश जारी किया। राघव मगुंटा को उच्च न्यायालय ने अगस्त में जमानत दे दी थी क्योंकि ईडी ने राहत देने के उनके आवेदन पर कोई आपत्ति नहीं जताई थी। ईडी ने कहा था कि आरोपी जांच में सहयोग कर रहा है।