कोलकाता। बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी समेत 54 लोगों के खिलाफ कोलकाता के बैंकशाल कोर्ट स्थित विशेष अदालत में आरोप तय करने की प्रक्रिया शुरू हो गई। लगभग सभी आरोपी कोर्ट में मौजूद हुए। ईडी ने कोर्ट में दावा किया कि पूर्व मंत्री की करीबी अर्पिता मुखर्जी के दो फ्लैटों से बरामद करीब 50 करोड़ रुपये पार्थ चटर्जी के ही थे।
अर्पिता ने पूछताछ के दौरान खुद जांचकर्ताओं को यह बात बताई है। आरोप तय करते हुए ईडी के वकील ने दावा किया कि पार्थ अपने शिक्षा मंत्री कार्यकाल के दौरान शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार में शामिल थे। वे इस घोटाले के मास्टरमाइंड और सबसे बड़े लाभार्थी हैं।
पूछताछ के दौरान उनकी करीबी अर्पिता ने दावा किया कि पार्थ चटर्जी ने फर्जी कंपनियां खोलकर अरबों रुपये कमाए। पार्थ ने अर्पिता के नाम पर बैंक खाते खोले थे। अर्पिता ने दावा किया है कि पार्थ चटर्जी ने उनके फ्लैट का इस्तेमाल मिनी बैंक के रूप में किया।
गौरतलब है कि जुलाई 2022 में ईडी ने तलाशी के दौरान अर्पिता मुखर्जी के दो फ्लैट से 50 करोड़ रुपये, सोने के आभूषण व विदेशी मुद्रा जब्त की थी।
ईडी ने कोर्ट में यह भी कहा कि एक और मुख्य आरोपी सुजयकृष्ण भद्र के साथ पार्थ चटर्जी, प्राथमिक शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष व टीएमसी विधायक माणिक भट्टाचार्य, पूर्व टीएमसी नेता शांतनु बंद्योपाध्याय और कुंतल घोष के लेनदेन के सुबूत मिले हैं।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे कोलकाता हिन्दी न्यूज चैनल पेज को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। एक्स (ट्विटर) पर @hindi_kolkata नाम से सर्च कर, फॉलो करें।