कोलकाता। राज्य के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में केंद्रीय एजेंसियों की लगाम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी पर कसने लगी है। सोमवार को पर्वर्तन निदेशालय (ईडी) ने लिप्स एंड बाउंड्स नाम की जिस कंपनी के दफ्तर में 18 घंटे तक तलाशी अभियान चलाया था उसके मालिक अभिषेक बनर्जी को बताया जा रहा है। ईडी ने एक दस्तावेज जारी कर दिखाया है कि वर्ष 2019 से ही अभिषेक बनर्जी इस कंपनी के निदेशक हैं। इसी कंपनी में कालीघाट वाले काकू यानी सुजय कृष्ण भद्र काम करते थे जो फिलहाल गिरफ्तारी के बाद प्रेसीडेंसी जेल में बंद हैं।
ईडी ने बुधवार को एक प्रेस बयान में तलाशी के बारे में जानकारी दी है। उस बयान में उन्होंने अभिषेक बनर्जी के नाम का जिक्र किया है। इसे लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल और विपक्षी भाजपा के बीच बुधवार से फिर से खींचतान शुरू हो गई। नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी और अभिषेक के बीच ट्वीट वार शुरू हो गया है। ईडी के बयान के मुताबिक, सोमवार और मंगलवार को कोलकाता में ”लीप्स एंड बाउंड्स प्राइवेट लिमिटेड” नाम की कंपनी के तीन ठिकानों पर तलाशी ली गई।
दावा किया गया है कि सुजयकृष्ण एक समय उस कंपनी में कार्यरत थे। इसके अलावा, ईडी ने एक लिखित बयान में दावा किया है कि ”लीप्स एंड बाउंड्स प्राइवेट लिमिटेड” के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी हैं। यह भी लिखा है कि अभिषेक 2012 से 2014 तक उस संस्था के निदेशक थे।
हालांकि डायमंड हार्बर से दो बार के सांसद अभिषेक जब 2014 या 2019 में लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार थे, तब उन्होंने जो हलफनामा जमा किया था, इसमें उन्होंने इस कंपनी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। जबकि वह सीईओ थे। माना जा रहा है कि इस बयान के बाद ईडी अब सीधे तौर पर अभिषेक बनर्जी को आरोपित बनाकर पूछताछ की तैयारी कर सकती है।