अखिल भारतीय सांस्कृतिक परिषद का दुर्गापुर में दशहरा कार्यक्रम संपन्न

दुर्गापुर। अखिल भारतीय सांस्कृतिक परिषद ने अपना वार्षिक कार्यक्रम दशहरा का आयोजन स्थानीय राजीव गांधी मेमोरियल मैदान में आयोजित किया। परिषद का यह दशहरा कार्यक्रम विगत 55 सालों से लगातार होता आ रहा है। रामलीला, रावण के साथ कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों का दहन, रंगारंग आतिशबाजी इसका वार्षिक और प्रमुख कार्यक्रम है। इस वर्ष भी दशहरा का कार्यक्रम राजीव गांधी मेमोरियल मैदान में संपन्न हुआ। इस्को बर्नपुर तथा दुर्गापुर इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी बृजेंद्र प्रताप सिंह मुख्य अतिथि के साथ दुर्गापुर इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक संकाय दीप्तेन्दु घोष, चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवा के निदेशक डॉ. सौभिक राय और अन्य मुख्य महाप्रबंधक गण भी सपरिवार मंच पर उपस्थित थे।

परिषद के अध्यक्ष संजीव कुमार सिंह, कमला कांत झा, महेंद्र राय ने मुख्य अतिथि के साथ अन्य अतिथियों को अंग वस्त्र प्रदान करके सम्मानित किया। मुख्य अतिथि ने अन्य अतिथियों के साथ प्रदीप प्रज्वलित किया तथा नारियल तोड़कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अध्यक्ष संजीव कुमार सिंह ने आगत सभी अतिथियों और दर्शकों के प्रति स्वागत संबोधन किया। तत्पश्चात मुख्य अतिथि बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने डंगाल अखाड़ा, मेन गेट अखाड़ा, चासीपाड़ा अखाड़ा, कादारोड अखाड़ा, बीजूपाड़ा अखाड़ा, उत्तर पल्ली अखाड़ा, ऋषि अरविंद अखाड़ा, रांची अखाड़ा, सेकेंडरी अखाड़ा, ओल्ड कोर्ट अखाड़ा, ऋषि अरविंद अखाड़ा, झंडावाद अखाड़ा को महानवमी के दिन शोभायात्रा में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर पुरस्कृत किया।

सभी अखाड़ों की शोभा यात्रा को निर्विघ्न संचालन के लिए परिषद के अखाड़ा प्रमुख धर्मेंद्र यादव को इस अवसर पर निदेशक प्रभारी ने विशेष रूप से सम्मानित किया। रावण कुंभकरण, मेघनाद के पुतले को बनाने वाले परिषद के युवा सदस्य कलाकारों राकेश कुमार वर्मा, शुभम् सिंह, शुभजीत मोदक और प्रीति दत्ता को इस अवसर पर पुरस्कृत किया गया। निदेशक प्रभारी ने अपने संबोधन में परिषद द्वारा तुलसी जयंती के अवसर पर स्कूली बच्चों की प्रतियोगिता, प्रेमचंद जयंती के अवसर पर स्कूली बच्चों की प्रतियोगिता, धार्मिक पर्व श्री कृष्ण जन्माष्टमी तथा अन्य सामाजिक सेवा को उद्धृत करते हुए परिषद की भूरि-भूरि प्रशंसा की और इस तरह के कार्यों के लिए दुर्गापुर इस्पात संयंत्र द्वारा सब समय सहयोग करने का आश्वासन दिया।

रामलीला का निर्देशन और निर्माण प्रतिवर्ष परिषद के युवा और किशोर सदस्य प्रस्तुत करते हैं। बलराम चौधरी, डॉक्टर जितेंद्र नाथ मिश्रा, राजू सिंह, मीनाक्षी के निर्देशन तथा पार्श्व ध्वनि के साथ स्थानीय बच्चों द्वारा ही राम सीता लक्ष्मण जटायू रावण सूर्पनखा आदि का चरित्र मंचन किया गया। मुख्य अतिथि बृजेंद्र प्रताप सिंह, परिषद के अध्यक्ष संजीव कुमार सिंह, कार्यपालक निदेशक दीप्तेन्दु घोष के साथ सीआईएसएफ के सहायक समादेष्टा सनोज और भास्कर ने रामलीला के बाद रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों की दहन की शुरुआत की। तत्पश्चात एक घंटे तक रंगारंग आतिशबाजी का कार्यक्रम चला।

परिषद के सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता महामंत्री उपेंद्र नाथ मिश्रा, अनोज कुमार भारती, परिपालक कमला कांत झा मंच व्यवस्था, वीरेंद्र पाण्डेय, उपनेश सिंह, रविंद्र साह सामग्री, श्याम कुमार मंडल, सूरज कुमार मंडल, अनुज राय, राकेश ओझा मैदान व आतिशबाजी और परिपालक सीताराम साह, दिनेश चंद्र द्विवेदी प्राथमिक चिकित्सा का दायित्व निर्वाह किया। संपूर्ण मंच संचालन परिपालक जे.पी.एन. ओझा ने किया। अंत में जे.पी.एन. ओझा ने आगत सभी अतिथियों, दर्शकों, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक संचार माध्यमों के सभी प्रतिनिधियों, इस आयोजन में प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष सभी सहयोगियों को धन्यवाद दिया।

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