मंजीत आर्या, पटना सिटी : आज पटना सिटी में “बिहार राज्य पान जाति कल्याण परिषद” द्वारा भारत के संविधान के रचयिता तथा दलितों पिछड़ों के पितामह भारत रत्न डॉ० भीमराव अंबेडकर जी की 130वीं जयंती परिषद के प्रधान कार्यालय : पाटेश्वरी मार्केट, झाऊगंज, पटना में मनायी गई।
इस कार्यक्रम में परिषद की ओर से राजू कुमार, ओमप्रकाश पाटेश्वरी, चंद्रप्रकाश तारा, मंजीत आर्या ताँती, लक्खी ताँती, रविशंकर ताँती तथा अन्य सदस्यों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की तथा कार्यक्रम मे उपस्थित सभी वक्ताओं ने अपने-अपने विचार व्यक्त किया।
विचार के दौरान डॉ० अंबेडकर की विशेषताओं पर भी चर्चा हुई, जिसमें उन्होंने कहा था कि तुम्हारे पैरों में जूते भले न हो हाथों में किताब जरूर होनी चाहिए। शिक्षा शेरनी का दूध है, जो पियेगा वह दहाड़ेगा। डॉ० अंबेडकर हर दबे, कुचले और कमजोर लोगों को शिक्षित होने की विशेष प्रेरणा देते रहते थे। उनकी प्रेरणा “शिक्षित हो, संगठित हो तब संघर्ष करो” को परिषद के सदस्यों ने अपने जीवन में अपनाने का संकल्प भी लिया।