नई दिल्ली। पीएम ई-विद्या (PM e-vidya) के तहत ‘वन क्लास विद वन टीवी चैनल’ की संख्या बढ़ाकर 200 की जा रही है। ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए निर्मला ने डिजिटल यूनिवर्सिटी के लिए बजट की घोषणा की। भीषण कोरोना संक्रमण के कारण शिक्षा की गति धीमी हो गई है। पारंपरिक शिक्षण में एक बाधा है और इसीलिए संक्रमण काल में ऑनलाइन शिक्षण अत्यावश्यक हो गया है। अपने बजट भाषण (budget 2022) में, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऑनलाइन शिक्षण और पढ़ाई के बारे में एक नई घोषणा की।
आज सीतारमण ने देशभर के छात्रों के लिए ‘डिजिटल यूनिवर्सिटी’ (Digital University) बनाने की बात कही। साथ ही, ‘वन क्लास विद वन टीवी चैनल’ (One Class With One TV Channel) लॉन्च किया जाएगा। केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा “कोरोना की स्थिति में वैकल्पिक शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण हो गई है। इसीलिए पीएम ई-विद्या (PM e-vidya) के तहत वन क्लास विद वन टीवी चैनलों की संख्या बढ़ाई जा रही है। यह संख्या 12 से बढ़ाकर 200 की जा रही है। यह सभी राज्यों को पहली कक्षा से बारहवीं कक्षा तक क्षेत्रीय भाषाओं में वैकल्पिक शिक्षा प्रदान करने में मदद करेगा।”
सीतारामन ने कहा, “सभी क्षेत्रीय भाषाओं में उच्च गुणवत्ता वाली ऑनलाइन सामग्री तैयार की जाएगी। शिक्षकों को डिजिटल शिक्षण के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्हें विभिन्न डिजिटल उपकरणों से अवगत कराया जाएगा। विश्व स्तरीय शिक्षण सुविधाओं के साथ एक डिजिटल विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा। यह सभी क्षेत्रीय भाषाओं में आईसीटी (ICT) प्रारूप में उपलब्ध होगा। बेहतरीन विश्वविद्यालय इससे जुड़ेंगे।”
केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने भी कहा कि सरकार का लक्ष्य पांच साल में 60 लाख नौकरियां पैदा करना है। संयोग से, कोरोना की स्थिति में स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय लंबे समय से बंद हैं। राज्यों में, स्कूल और कॉलेज कुछ समय के लिए फिर से खोल दिए गए थे, लेकिन कोरोना की तीसरी लहर में फिर से उन्हें बंद करना पड़ा।