खड़गपुर : जमीन का मालिकाना मिलने में हो रही कठिनाई को लेकर खड़गपुर उदभास्तु नागरिक मंच की ओर से महकमा शासक कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर नागरिक मंच की ओर से प्रदीप धर, निताई डे व अन्य उपस्थित थे। अपने सम्बोधन में वक्ताओं ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार से काफी संघर्ष के बाद खड़गपुर के शरणार्थियों को जमीन मिली।
अगर आपको जमीन का बिना शर्त बैनामा मिल भी जाता है तो उसका रिकॉर्ड जमीन के मालिक के नाम पर नहीं मिल पाता है। खड़गपुर के तालबागीचा के शरणार्थियों ने भूमि रिकॉर्ड की मांग को लेकर अपना आंदोलन फिर से शुरू कर दिया।
खड़गपुर शहर के तालबागीचा, रवीन्द्रपल्ली, दिनेशनगर में ऐसे 2,000 परिवार हैं, जो अपनी भूमि का रिकॉर्ड बनवाने के लिए भू-राजस्व कार्यालय पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि इस बीच दलाल गुट सक्रिय भूमिका में सरकारी पैसे से कई गुना ज्यादा पैसे लेकर गुपचुप तरीके से यह काम कर रहा है।
खड़गपुर शरणार्थी नागरिक मंच की ओर से मांग की गई कि तालबागीचा, रविन्द्र नगर, दिनेश नगर क्षेत्र में कैंप लगाकर म्यूटेशन किया जाए। वास्तु भूमि बैनामा द्वारा प्राप्त भूमि की प्रकृति बदलने का नियम समाप्त किया जाये। बिना सरकारी शुल्क के अधिक पैसे से म्यूटेशन नहीं किया जा सकता।
शरणार्थी क्षेत्र में भूमि के म्यूटेशन के बाद भूमि का किराया लगाया जाना चाहिए, दावे में प्रतिनियुक्ति और नए म्यूटेशन के लिए खड़गपुर प्रथम खंड भूमि और भूमि सुधार अधिकारी को आवेदन दिया गया, जिस पर अमल होना चाहिए। इस मांग को लेकर सामूहिक प्रार्थना पत्र विभागीय कार्यालय में जमा कराया गया।
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