कोलकाता। धूपगुड़ी उपचुनाव के लिए केंद्रीय बलों की 30 कंपनियां तैनात की जा रही हैं। इनमें से 15 कंपनियों की तैनाती कर दी गई है जबकि अन्य 15 कंपनियां शीघ्र ड पहुंचने वाली है। पांच सितंबर को जलपाईगुड़ी जिले के इस विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए मतदान होगा। विपक्ष ने पंचायत चुनाव में बड़े पैमाने पर हिंसा को देखते हुए धूपगुड़ी उपचुनाव में कड़ी सुरक्षा की मांग की थी। धुपगुड़ी से भाजपा विधायक विष्णुपद रॉय का 25 जुलाई को निधन हो गया।
इसके तुरंत बाद, अगस्त में, यह घोषणा की गई कि धूपगुड़ी विधानसभा के लिए उपचुनाव होगा। वोटों की गिनती आठ सितंबर को होगी। धूपगुड़ी उपचुनाव के लिए नामांकन जमा करने की आखिरी तारीख 17 अगस्त थी। जुलाई में कोलकाता में विधानसभा सत्र में भाग लेने के दौरान भाजपा विधायक बीमार पड़ गए थे। एसएसकेएम-अस्पताल ले जाने के बाद विधायक की मौत हो गई थी।
चुनाव की घोषणा होने के बाद धुपगुड़ी बीडीओ शंखदीप दास का अगस्त में तबादला कर दिया गया था। उनकी जगह जयंत रॉय को धुपगुड़ी का बीडीओ नियुक्त किया गया। पंचायत चुनाव के संचालन में शंखदीप दास की भूमिका पर सवाल उठाया गया था। पंचायत चुनाव के दिन धुपगुड़ी के शाकोआजोरा 2 नंबर ग्राम पंचायत के सोनाखाली गोंसाईहाट फॉरेस्ट विलेज प्राइमरी स्कूल के बूथ में धांधली की शिकायत मिली थी।
मतदान केंद्र के बाहर से 47 मतपत्र भी बरामद किये गये। इसके बाद कलकत्ता हाई कोर्ट ने शंखदीप के तबादले का निर्देश दिया था। अब जब यहां उप चुनाव के लिए जब सरगर्मी तेज है तो 30 कंपनी केंद्रीय बलों की तैनाती के बाद विपक्ष ने राहत की सांस ली है। बहरहाल इन बलों को सही तरीके से तैनात किया जा रहा है या नहीं यह देखने वाली बात होगी।