इम्फाल। मणिपुर में एक मैतेई औरत ने कुकी समुदाय के पांच-छह मर्दों के ख़िलाफ सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया है। ये कुकी समुदाय के ख़िलाफ दायर की गई यौन हिंसा की पहली एफ़आईआर है। नौ अगस्त को दायर की गई एफ़आईआर के मुताबिक़ ये वारदात तीन मई को कुकी बहुल इलाके़ चूराचांदपुर में हुई, लेकिन सामाजिक बहिष्कार के डर से पीड़िता ने इससे पहले पुलिस में शिकायत नहीं की।
एफआईआर में मर्दों के नाम नहीं हैं। पीड़िता के मुताबिक, उनके सामूहिक बलात्कार से पहले इन लोगों ने उनके और उनके पड़ोस के घरों में आग लगा दी थी। बीबीसी को मिली एफआईआर कॉपी के मुताबिक, घर जलाए जाने के बाद पीड़िता अपने बच्चों के साथ भागीं, लेकिन गिर गईं और उन्हें मर्दों ने घेर कर बलात्कार किया।
बच्चे परिवार के एक अन्य सदस्य की मदद से भागने में कामयाब रहे। पीड़िता के वकील के मुताबिक, वो तबसे चूराचांदपुर नहीं लौट पाई हैं और राजधानी इम्फाल में रह रही हैं। पिछले तीन महीने से मणिपुर में मैतेई और कुकी-ज़ो समुदायों के बीच के जातीय संघर्ष में 152 लोगों की मौत हो गई है। गाँवों में आग लगाए जाने के बाद हज़ारों लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं।