नई दिल्ली। रविवार को दिल्ली के आशीष शर्मा ने 24 घंटे लगातार चलते हुए 1,00,000 कदम की यात्रा की। आशीष दुआएं फाउंडेशन के फाउंडर है यह संस्था देश में बाल भिक्षावृति ख़त्म करने हेतु प्रयासरत है। आशीष ने जैन भारती मृगावती विद्यालय, जहाँ से अपनी पूरी शिक्षा प्राप्त की वही बाल भिक्षावृति में लिप्त बच्चों के लिए एक स्कुल की शुरूआत हेतु इस पदयात्रा को अपने अध्यापको को समर्पित किया।
उल्लेखनीय है कि, मुकेश वत्स जो दिल्ली स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स, पूठ कला में सेवा दे रहे है उनके सानिध्य में आशीष पहले देश भर में 17,000 किलोमीटर की पदयात्रा कर चुके है। इस पदयात्रा में द राम रन संस्था का सपोर्ट मिला और जितना किलोमीटर आशीष पैदल चले उतने ही पेड़ लगाकर आशीष शर्मा की मुहीम को आगे रफ़्तार दी जाएगी। द राम रन के संस्थापक तन्मय का कहना है की पैदल चलना या दौड़ लगाना पेड़ो से बातचीत करने जैसा है, जितना आप चलते है उतने पेड़ आपसे जुड़ जाते है। यह संस्था लाखो पेड़ लगा चुकी है और जंगल बना चुकी है।
लगभग 24 घण्टे चलने में आशीष का कहना है यह सिर्फ सब्र की लड़ाई है और जब आप एक समय पर शरीर और अपनी ऊर्जा को पूरा झोक देते हो यह अनुभव आपको बिलकुल अलग मानसिक चीज़ो से अलग कर देता है। आशीष जल्द ही हर बच्चो को शिक्षित करने हेतु अपने मॉडल्स को दुआएं फाउंडेशन के तहत निजी और सरकारी संस्थाओ के साथ मिल कर दिल्ली में लांच करने वाले है।
हालाकि, आज पूरा दिन बारीश बार-बार खेल खेलती रही पर न हौसला टूटा और न आशीष के कदम रुके। कोलकाता हिंदी न्यूज़ ऐसे किसी भी सामाजिक और शैक्षणिक अभियान का पूर्ण समर्थन करता है।