डालमिया भारत समूह व्यापार में स्थायी प्रथाओं को बनाए रखने को संकल्पित

तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : एक कंपनी के रूप में डालमिया भारत समूह अपनी प्राकृतिक संपदा को प्रभावी ढंग से प्रतिबंधित करके एक स्थायी वातावरण बनाने के लिए समुदायों के समर्थन में विश्वास रखती है. संस्थान को अपने सामाजिक सरोकारों का भी बखूबी ख्याल है .यह बात डालमिया भारत समूह के पदाधिकारियों ने कही.

18वें फिक्की सी एस आर पुरस्कार समारोह में पर्यावरण स्थिरता पुरस्कार प्राप्त करने के क्रम में संस्थान की ओर से पुरस्कार हासिल करते हुए एमडी व सीईओ डालमिया भारत समूह महेन्द्र सिंघी तथा ग्रुप हेड सी एस आर डालमिया भारत समूह और सीईओ डालमिया भारत फाउंडेशन विशाल भारद्वाज ने आभार जताते हुए ये बातें कही.

समूह को एक वर्चुअल समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया गया. भारत सरकार के वित्त और कॉरपोरेट मामलों के राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने बतौर मुख्य अतिथि यह पुरस्कार प्रदान किया गया. समूह की ओर से जारी विग्यप्ति के मुताबिक यह पुरस्कार सामाजिक सरोकारों के लिए कंपनियों के प्रयासों को मान्यता देने के लिए है.

फिक्की ने समावेशी विकास में कॉर्पोरेट भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए वर्ष 1999 में कॉर्पोरेट सी एस आर पुरस्कार शुरु किया था. यह पुरस्कार आज काफी प्रतिष्ठित और मान्यता प्राप्त है. बता दें कि डालमिया भारत समूह सीमेंट, चीनी और रिफेक्टर्ीज में मजबूत उपस्थिति के साथ एक प्रमुख भारतीय समूह है . समूह का 11 हजार करोड़ से अधिक का कारोबार है. समूह ने 1939 से परिचालन शुरू किया. 2006 से समूह का कारोबार तेजी से बढ़ा है . कारोबार के साथ ही समूह की सामाजिक सरोकार क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भागीदारी है .

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