- इस पहल के तहत पश्चिम बंगाल सहित सात राज्यों में बीएसएफ के नौ परिसरों में 1.2 लाख जड़ी बूटियां और औषधि गुणों वाले पौधे लगाए जाएंगे
कोलकाता : आने वाली पीढ़ियों के लिए इस धरती को हरित बनाने की कोशिश में भारत की सबसे बड़ी विज्ञान आधारित आयुर्वेद कंपनी डाबर इंडिया लिमिटेड ने एक पौधारोपण प्रोजेक्ट के लिए बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) के साथ हाथ मिलाया है। इस पहल के तहत सात राज्यों – गुजरात, राजस्थान, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, हरियाणा, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल – में बीएसएफ के नौ परिसरों में 1.2 लाख जड़ी बूटियां और औषधि गुणों वाले पौधे लगाए जाएंगे।
इस पहल की शुरूआत बीएसएफ के कमांडेन्ट श्री देस राज और डाबर इंडिया लिमिटेड के चीफ़ सस्टेनेबिलिटी ऑफिसर श्री राहुल अवस्थी द्वारा 36वें बटालियन, बीएसएफ हैडक्वार्टर्स, नॉलेज पार्क-5, ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश में की गई।
इस अवसर पर डाबर इंडिया लिमिटेड में ग्लोबल हैड ऑफ ऑपरेशन्स और चीफ़ सस्टेनेबिलिटी ऑफिसर, श्री राहुल अवस्थी ने कहा, ‘‘देश की प्रमुख विज्ञान आधारित आयुर्वेद कंपनी होने के नाते डाबर हमेशा से धरती को हरित बनाने के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी निभाते हुए कई तरह के प्रयास करती रही है, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए धरती के संसाधनों और इसके सौंदर्य को बरक़रार रखा जा सके।
हमें गर्व है कि हम अपने प्रोडक्ट्स में न सिर्फ इनोवेशन बल्कि पर्यावरण संरक्षण पर भी ध्यान देते हैं। इस पहल के माध्यम से हम पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देकर देश में हरित कवर बढ़ाने में योगदान देना चाहते हैं। आज हमारे द्वारा उगाया गया हर पौधा धरती के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी तथा स्वस्थ एवं अधिक स्थायी भविष्य के निर्माण के लिए हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।”
बीएसएफ कमांडेन्ट श्री देस राज ने कहा, ‘‘इस साझेदारी के लिए हम डाबर का स्वागत करते हैं और उम्मीद करते हैं भविष्य में फल वाले कई पेड़ लगाए जाएंगे तथा अन्य परिसरों में भी इस वृक्षारोपण अभियान का विस्तार किया जाएगा।”
डाबर इंडिया लिमिटेड में बायो रिसोर्सेज़ डेवलपमेन्ट हैड डॉ पंकज प्रसाद रतुरी ने कहा, ‘‘डाबर ने देश भर में 10,000 से अधिक एकड़ ज़मीन पर जड़ी बूटियां और औषधि गुणों वाले पौधे लगाए हैं। इसी लक्ष्य के मद्देनज़र कंपनी ने 100,000 से अधिक पेड़ लगाने में बीएसएफ को सहयोग प्रदान करने की शपथ ली है।
इन प्रयासों से देश में हरित कवर बढ़ाने, हवा की गुणवत्ता में सुधार लाने तथा स्थानीय जैव विविधता को बढ़ाने में मदद मिलेगी। डाबर पौधों की चुनिंदा प्रजातियों के लिए बीज और पौधों की सप्लाई देगी तथा पौधे लगाने के लिए सिल्वीकल्चर में प्रशिक्षण, तकनीकी सहायता आदि उपलब्ध कराएगी।”
श्री अवस्थी ने कहा, “इस वृक्षारोपण अभियान में स्थानीय समुदायों और पर्यावरणी संगठनों को शामिल किया जाएगा, साथ ही लोगों को पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरुक बनाने के प्रयास भी किए जाएंगे।
कॉर्पोरेट एवं सुरक्षा बलों के बीच यह साझेदारी जलवायु परिवर्तन पर नियन्त्रण पाने और पर्यावरणी संतुलन में योगदान देने की दिशा में उल्लेखनीय कदम है। इस पहल के तहत उगायी गयी पौधों की प्रजातियां सीमावर्ती क्षेत्रों पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करेंगी, जिन्हें पर्यावरणी और आर्थिक दोनों तरह से लाभ होगा।”
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