Kolkata Desk : तेजी से आ रही चक्रवाती तूफान यास से प्रभावित होने वाली सभी राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर नागरिकों की रक्षा एवं कम से कम जान माल हानि की व्यवस्था में लगे हुए हैं। इसके साथ ही भारतीय नौ सेना के जवान भी आने वाली चक्रवाती तूफान यास (Yaas) से मुकाबले के लिए मुस्तैदी से जुटी हुई है। इसके लिए बंगाल की खाड़ी में चार नौसैनिक जहाज तैनात किये गये है तथा भारतीय नौ सेना चक्रवाती तूफान की आवागमन पर करीब से नजर रखे हुए है।
बंगाल और ओडिशा क्षेत्र में पूर्वी नौसेना कमान और नौसेना के प्रभारी अधिकारियों ने चक्रवात ‘यास’ के प्रभावों का मुकाबला करने के लिए प्रारंभिक तैयारियां पूरी कर ली है। जरूरत पड़ने पर तटीय छेत्रों में सहायता प्रदान करने के लिए राज्य प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में है। तैयारियों के तहत आठ बाढ़ राहत दल और चार गोताखोरों का दल ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तैनात कर दिए गए हैं।
ओडिशा और पश्चिम बंगाल तट के सबसे अधिक संभावित प्रभावित क्षेत्रों में मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) के लिए चार नौसैनिक जहाज गोताखोरी और चिकित्सा टीमों के साथ स्टैंडबाय पर हैं। प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने, हताहतों को निकालने और आवश्यकतानुसार राहत सामग्री हवा में गिराने के लिए नौसेना के विमानों को नौसेना वायु स्टेशनों विशाखापत्तनम में आईएनएस देगा और चेन्नई के पास आईएनएस राजाली में तैयार रखा गया है।
(NDRF) एनडीआरएफ ने पहले ही समुद्र और उसके तटवर्तीय इलाके की निगरानी बढ़ा दी है। कई इलाकों में ड्रोन से निगरानी की जा रही है। मौसम विभाग के मुताबिक 26 मई की सुबह चक्रवात यास पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और बांग्लादेश के तटों के बेहद करीब आ जाएगा। चक्रवात शाम को तीन तटों से टकरा सकता है। पश्चिम बंगाल में दीघा या मंदारमणि के मध्यवर्ती इलाकों में टकराने की संभावना है।