बर्मिंघम। भारतीय मुक्केबाज़ अमित पंघल और नीतू घंघस ने राष्ट्रमंडल खेल 2022 में भारतीय मुक्केबाज़ी का परचम लहराते हुए अपने-अपने फाइनल जीतकर स्वर्ण हासिल किये। अमित पंघल ने पुरुष 51 किग्रा फाइनल में इंग्लैंड के कियेरेन मैकडॉनल्ड को मात देकर सोने का तमगा हासिल किया। गोल्डकोस्ट 2018 खेलों के सिल्वर मेडलिस्ट अमित ने मैच की शुरुआत से ही कियेरेन पर मुक्कों की बारिश कर दी और पहले राउंड में ही अपने विपक्षी को कई चोटें पहुंचायीं। दूसरे राउंड में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए अमित ने 4-0 के एकतरफा फैसले से स्वर्ण हासिल किया।दूसरी ओर, नीतू घंघस ने महिला 48 किग्रा फाइनल में मेज़बान इंग्लैंड की मुक्केबाज़ डेमी जेड को मात देकर स्वर्ण जीता।
दो बार की विश्व यूथ चैंपियन नीतू ने अपनी विपक्षी को 4-0 के एकतरफा फैसले से मात दी। नीतू ने जीत के बाद कहा, “मैं स्वर्ण पदक जीतने के बाद बेहद खुश हूं। मैं यह पदक अपने देशवासियों के नाम करना चाहती हूं। मैं भारत सरकार, भारतीय खेल प्राधिकरण और भारतीय मुक्केबाज़ी महासंघ के समर्थन के लिये उनकी शुक्रगुज़ार हूं। मैं अपने कोचों, और अपने परिवार की भी शुक्रगुज़ार हूं क्योंकि मैं उनके समर्थन के बिना यह स्वर्ण नहीं जीत सकती थी। एनसीओई रोहतक का भी धन्यवाद जहां मैंने कई सालों तक प्रशिक्षण लिया।”
इस बीच अनुभवी मुक्केबाज मोहम्मद हुसामुद्दीन ने पुरुष 57 किग्रा फेदरवेट सेमीफाइनल में हारने के बाद कांस्य पदक प्राप्त किया। घाना के जोसेफ कोमी ने शनिवार को हुए बाउट में हुसामुद्दीन को 4-1 के फैसले से मात दी।उल्लेखनीय है कि भारत बर्मिंघम 2022 में अब तक दो स्वर्ण और तीन कांस्य सहित पांच मुक्केबाज़ी पदक जीत चुका है। विश्व 2021 मुक्केबाजी चैंपियन निखत ज़रीन को अब फाइनल में बेल्फास्ट की कार्ली मेकनॉल का सामना करना है।