नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक और को-ऑपरेटिव बैंक (Co)पर शिकंजा कसा है और इस पर बैन लगा दिया है। रिपार्ट के अनुसार, आरबीआई की ओर से नाशिक की इंडिपेंडेंस को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड पर प्रतिबंध लगाया गया है। इससे बैंक के ग्राहकों को काफी परेशानी उठानी पड़ सकती है। इस बैंक के खाताधारकों को बैंक से पैसे निकालने की अनुमति नहीं होगी। बताया जा रहा है कि बैंक की स्थिति को देखते हुए आरबीआई ने इस पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है।
बैंक की आर्थिक स्थिति नाजुक : एक रिपोर्ट के अनुसार, नाशिक की इंडिपेंडेंस को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड की आर्थिक स्थिति नाजुक बताई जा रही है। इसी वजह से भारतीय रिजर्व बैंक ने एहतियात के रूप में इस बैंक पर ये कार्रवाई की है। आरबीआई द्वारा इस बैंक पर लगाए गए बैन के बाद इस बैंक के खाताधारक बैंक से पैसे नहीं निकाल पाएंगे। रिपोर्ट के अनुसार आरबीआई द्वारा इस बैंक पर 6 महीने के लिए बैन लगाया गया है। ऐसे में ग्राहकों को 6 माह तक परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
6 महीने के लिए लगाया बैन : बताया जा रहा है कि इंडिपेंडेंस को-ऑपरेटिव बैंक के करीब 99.88 प्रतिशत खाताधारक डिपॉजिट इंश्योरंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉर्पाेरेशन के बीमा सुरक्षा के लिए पात्र हैं। इस बीमा सुरक्षा योजना के तहत बैंक, खाताधारक को 5 लाख तक के जमा पर बीमा सुरक्षा प्रदान करती है। आरबीआई की ओर से इंडिपेंडेंस को-ऑपरेटिव बैंक पर 6 महीने के लिए बैन लगाया गया है। बैंक पर प्रतिबंध के बारे में आरबीआई की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं। यह आदेश 10 फरवरी से लागू हो गए हैं।
आरबीआई ने आदेश में क्या कहा : आरबीआई के आदेशानुसार, इंडिपेंडेंस को-ऑपरेटिव बैंक की वर्तमान आर्थिक स्थिति को देखते हुए बैंक के खाताधारकों को बचत या चालू खाते से पैसे निकालने और जमा कराने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि कुछ नियम और शर्तों के तहत खाताधारक कर्ज लौटा सकते हैं। इसके साथ ही बैंक के अधिकारी भी कोई नया निवेश नहीं कर सकेंगे। साथ ही उन्हें बड़ी रकम अदा करने या कर्ज मंजूर करने की अनुमति भी नहीं होगी। आरबीआई ने कहा है कि जब तक बैंक की आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं होता तब तक ये प्रतिबंध जारी रहेंगे।