नयी दिल्ली, 19 अक्टूबर। भारत की दिग्गज जिमनास्ट दीपा करमाकर ने मौजूदा पीढ़ी के ज्यादातर खिलाड़ियों में जुनून की कमी पर निराशा जातते हुए उनसे वैश्विक मंच पर उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए उत्साह के साथ जिमनास्टिक को अपनाने की सलाह दी।
दीपा ने इस महीने की सात तारीख को संन्यास की घोषणा की थी। रियो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहकर मामूली अंतर से पदक चूकने वाली दीपा नियमित रूप से अत्यधिक कठिन प्रोडुनोवा वॉल्ट करके लोगों को प्रभावित करती थीं।
दीपा ने जब पूछा गया कि भारतीय महिला जिमनास्टों में दीपा और प्रणति नायक के अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई और पदक क्यों नहीं जीत पा रहा है तो उन्होंने कहा, ” दीपा में जुनून था, प्रणति के साथ भी ऐसा ही है।”
उन्होंने ‘वेदांता दिल्ली हाफ मैराथन’ द्वारा आयोजित ‘बियॉन्ड द फिनिश लाइन’ नामक कार्यक्रम में शुक्रवार रात एक पैनल चर्चा के दौरान कहा, ” मैं मौजूदा पीढ़ी (जिम्नास्ट) में यह जुनून ज्यादा नहीं देख रही हूं। मुझे लगता है कि वे अल्पकालिक, तत्काल सफलता की तलाश में हैं।”
त्रिपुरा की 31 वर्षीय खिलाड़ी ने 2016 रियो खेलों के वॉल्ट फाइनल में चौथे स्थान पर रहकर सुर्खियां बटोरी थीं जहां वह सिर्फ 0.15 अंक से ओलंपिक पदक से चूक गई थी। तोक्यो ओलंपियन प्रणति ने 2019 और 2022 एशियाई चैंपियनशिप में वॉल्ट स्पर्धा का कांस्य पदक जीता है।
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