Covid19: कोलकाता में 24 घंटे में 449 कोरोना संक्रमण के नए मामले, सचिवालय नवान्न की चिंता बढ़ी

कोलकाता : त्यौहार के मौसम में कोरोना को लेकर लगातार चिंताएं बढ़ रही है, खासकर कोलकाता में। कोलकाता में 24 घंटे में 449 कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं। जो की सरकार की आपातकालीन चिंताएं बढ़ा रहे हैं।

त्योहार के दौरान शहर का कोविड (Covid 19) ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। कोलकाता में शुक्रवार के बाद शनिवार को कोरोना संक्रमण और भी बढ़ा। पीड़ितों की संख्या में एक छलांग में सौ से अधिक की वृद्धि हुई है। कोलकाता समेत अन्य जिलों के हालात पर राज्य सचिवालय नवान्न में आपात बैठक मुख्यसचिव की अध्यक्षता में हुई।

कोलकाता में शुक्रवार को कोरोना के मामलों की संख्या 319 थी। शनिवार को यह संख्या बढ़कर 449 हो गई। पीड़ितों में से 318 को कोलकाता नगर निगम (केएमसी) स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। शेष 131 को निजी स्वास्थ्य केंद्रों या अस्पतालों में ले जाया गया। पिछले 24 घंटे में कोरोना पीड़ितों में 194 लोगों ने कोविड-19 का दूसरा डोज लिया हुआ है। पहली खुराक लेने के बाद 22 लोग कोरोना (कोविड 19) से संक्रमित हो गए। हालांकि, पीड़ितों में से 55 का अभी तक टीकाकरण नहीं हुआ है। संक्रमित होने के बाद भी 35 लोग अस्पताल में भर्ती नहीं हुए हैं।

कोलकाता समेत पूरे राज्य में कोरोना की परिस्थिति को लेकर राज्य सचिवालय नवान्न काफी चिंतित है।
मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी ने शनिवार को आपात बैठक बुलाई। बैठक में सभी जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों और स्वास्थ्य अधिकारियों को उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया।

कोलकाता में शुक्रवार को कुल 319 लोग कोरोना (Covid 19 पॉजिटिव) से संक्रमित हुए। इनमें से 150 कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने के बाद संक्रमित हो गए। पहली खुराक के बाद 15 लोग संक्रमित हुए और 50 लोग बिना किसी वैक्सीन (कोरोना वैक्सीन) के कोविना (Covid 19 पॉजिटिव) से संक्रमित हुए।

त्योहारों के मौसम के दौरान कोविड के इस चढ़ते ग्राफ ने कोलकाता नगर निगम (केएमसी) की चिंता बढ़ा दी है। अगले सोमवार से शहर में एक क्वारंटाइन सेंटर और दो सेफ होम खुलने वाले हैं। जिनमें से एक माताओं और बच्चों के लिए है।

चिंता की बात यह है कि कई लोग बिना जरूरत के कोरोना टेस्ट नहीं करवा रहे हैं। जब विदेश यात्रा करने या विदेश जाने या किसी अन्य राज्यों में जाने की बात आती है तो भी कोई परीक्षण नहीं करवा रहे हैं। बुखार होने पर भी लोग बिना डॉक्टर की सलाह के घर पर ही इसका समाधान करना चाहते है। कई लोग दुकानों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में भी मास्क नहीं पहनते हैं।

इस मुद्दे पर शुक्रवार को कलकत्ता नगर निगम (केएमसी) की बैठक हुई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही कचरा प्रबंधन विभाग को भी बुलाया गया था। निर्णय लिया गया कि जिन क्षेत्रों में कोरोना तेजी से फैल रहा है, उनकी पहचान कर कार्रवाई की जाए। साफ-सफाई का काम भी सही तरीके से करने के निर्देश दिए गए हैं।

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