कोलकाता । महानगर में सोमवार से 12 से 14 साल के बच्चों को कोर्बेवैक्स वैक्सीनेशन शुरू होगा। वहीं, स्कूलों में भी वैक्सीन की व्यवस्था की जाएगी। कोलकाता नगर निगम इलाके में सोमवार से 12 से 14 साल के बच्चों को कोर्बेवैक्स वैक्सीनेशन शुरू होगा। कोलकाता नगर निगम के 37 कोवैक्सिन केंद्रों से वैक्सीन उपलब्ध होगी। उसी दिन चेतला गर्ल्स हाई स्कूल से भी टीकाकरण होगा। कोलकाता नगर निगम सूत्रों के अनुसार राज्य के स्कूल शिक्षा विभाग को सूचित किया गया है कि यदि टीकाकरण प्रक्रिया में रुचि रखने वाले सभी विद्यालयों ने निगम को अपनी इच्छा व्यक्त की है तो आने वाले दिनों में वहां पर वैक्सीन भेजकर टीका लगाया जाएगा।
इसके अलावा चूंकि कोलकाता में कोवैक्सीन की पहली और दूसरी खुराक की मांग बहुत कम है, इसलिए अब दो सप्ताह के लिए टीकाकरण बंद कर दिया जाएगा। बता दें कि 14 से 15 साल तक की उम्र के बच्चों को 15 से 18 साल के आयुवर्ग के लोगों के टीकाकरण में पहले ही शामिल किया जा चुका है। इस आयुवर्ग के बच्चों को भारत बॉयोटेक द्वारा तैयार पूर्णत: स्वदेशी वैक्सीन कोवाक्सिन दी जा रही है।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए देश में विभिन्न राज्यों में बुधवार से राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के मौके पर 12 से 14 साल के बच्चों का कोविड-19 टीकाकरण शुरू हो गया है। इस आयु वर्ग के लाभार्थियों को केवल हैदराबाद स्थित बायोलॉजिकल-ई द्वारा विकसित कोर्बेवैक्स टीका लगाया जा रहा है। लाभार्थी ऑनलाइन पंजीकरण के अलावा सीधे टीकाकरण केंद्र पर जाकर भी वैक्सीन लगवा सकेंगे। देश में इस आयुवर्ग के 4,74,73,000 बच्चों को टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल करना है।
केंद्र सरकार ने राज्यों से निर्धारित केंद्रों पर समर्पित कोविड-19 टीकाकरण सत्र आयोजित करने और टीका लगाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण देने को कहा है, ताकि 12 से 14 साल के बच्चों के टीकाकरण के दौरान टीकों के मिश्रण से बचा जा सके। कोविन वेबसाइट पर पंजीयन की सुविधा भी बुधवार से शुरू हुई है। इन बच्चों के लिए ऑनसाइट पंजीयन की सुविधा भी दी गई है। केंद्र ने सभी राज्यों से स्पष्ट कहा है कि 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों को टीकाकरण में शामिल नहीं किया जा सकता है। टीका देने से पहले उक्त केंद्र के मुख्य अधिकारी की यह जिम्मेदारी होगी कि उम्र संबंधी दस्तावेज की जांच करने के बाद ही बच्चे का टीकाकरण किया जाए। मार्च 2022 तक इनकी आयु 12 से 14 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों से हुई बातचीत में कहा था, “12 से 14 साल के बच्चों के टीकाकरण के दौरान टीकों का मिश्रण न हो, यह सुनिश्चत करने के लिए टीका लगाने वालों और टीकाकरण टीम को प्रशिक्षण देने की जरूरत है।” उन्होंने राज्यों से कहा है कि विशेष टीकाकरण केंद्र बनाए जाएं जहां सिर्फ इस उम्र के बच्चों को ही वैक्सीन के डोज दिए जाएं। भूषण ने कहा था, “टीकों का मिश्रण रोकने के लिए राज्यों को निर्धारित कोविड-19 टीकाकरण केंद्रों पर समर्पित टीकाकरण सत्र आयोजित करने का निर्देश दिया गया है।” स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक, राज्यों से उपलब्ध कोविड-19 टीकों का उनके इस्तेमाल की तिथि के हिसाब से विवेकपूर्ण प्रयोग सुनिश्चित करने को भी कहा गया है।