नयी दिल्ली। कांग्रेस की युवा शाखा ने शुक्रवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखकर नगर निकाय चुनावों में पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ कथित तौर पर हुई हिंसा के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और कोलकाता के पुलिस आयुक्त के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) ने शिकायत में कहा कि 19 दिसंबर को कोलकाता नगर निगम चुनावों के दौरान तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता जब ‘‘व्यापक हिंसा में संलिप्त थे और कांग्रेस उम्मीदवारों की पिटाई की’’ तब ममता बनर्जी और पुलिस आयुक्त ने कुछ नहीं किया।
आईवाईसी के राष्ट्रीय सचिव अमरीश रंजन पांडेय ने दावा किया कि एक कांग्रेस कार्यकर्ता के ‘‘सबके सामने कपड़े उतारे गए’’ और बेरहमी से उसकी पिटाई की गई। पार्टी के एक अन्य उम्मीदवार को कई पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में पीटा गया। व्यापक पैमाने पर मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ लेकिन पुलिस विभाग और राज्य प्रशासन वहां खड़ा रहा और कुछ नहीं किया और कुछ स्थानों पर तो उन्होंने गुंडों की मदद की।’’
उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी तभी उन लोगों को न्याय मिल पाएगा ‘‘जिनकी सर्जरी हुई है या जिनके हाथ-पैर तोड़ दिए गए हैं। निकाय चुनावों में टीएमसी ने 144 वार्ड में से 134 में जीत दर्ज की थी जबकि भाजपा ने तीन वार्ड में और कांग्रेस एवं वाम मोर्चा ने दो-दो वार्ड में जीत दर्ज की।