नयी दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने के मामले को पार्टी देशभर में ले जाएगी और उसके कार्यकर्ता इस प्रकरण पर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन भी करेंगे। कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में तथा कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी की मौजूदगी में आज शाम प्रदेश अध्यक्षों, विधायक दल के नेताओं एवं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई, जिसमे इस मुद्दे को देशभर में घर घर पहुंचाने का निर्णय लिया गया।
उन्होंने कहा कि गांधी की संसद सदस्यता जानबूझकर खत्म की गई है। उनका कहना था कि गांधी ने मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज़ उठाई इसलिए उनकी आवाज दबाने के लिए यह उन्होंने कहा कि गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से भाजपा घबराई हुई है और अब वह अडानी घोटाले पर लगातार बोल रहे हैं इसलिए यह सब हुआ। प्रवक्ता ने कहा कि यह काम सोच समझकर और क्रमवार किया गया।
पहले 07 फरवरी को गांधी ने मोदी-अडानी पर लोकसभा में भाषण दिया और 16 फरवरी को शिकायतकर्ता ने गुजरात न्यायालय से खुद का ही लिया स्टे वापस ले लिया। फिर 27 फरवरी को मामले की सुनवाई शुरु हुई और 17 मार्च को निर्णय रिजर्व कर लिया गया और 23 मार्च को फैसला आ गया। इससे साफ है कि सोच समझकर यह काम किया गया है।